उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने आपको प्रमोशन देते हुए एक नयी उपाधि दे दी है. वहीं साथ ही अपनी बहन किम यो जुंग का क़द कम करते हुए उसे उत्तर कोरिया के प्रभावशाली व्यक्तियों की अंदरूनी समिति से बाहर कर दिया है.
ख़ुद को घोषित किया महासचिव
रेयर वर्कर्स पार्टी कॉन्ग्रेस मीटिंग के छठे दिन किम जोंग उन ने ख़ुद को अध्यक्ष पद से महासचिव के पद पर प्रमोशन दिया. इस से पहले किम जोंग के स्वर्गीय पिता व दादा इस पद की ज़िम्मेदारी निभा चुके हैं. उत्तर कोरिया की मीडिया ने इस नयी ज़िम्मेदारी की व्याख्या “क्रांतिकारी मस्तिष्क” के तौर पर की है.
बहन को किया पोलित ब्यूरो से बाहर
(फाइल फोटोः किम जोंग उन के साथ उनकी बहन किम यो जोंग)
वहीं दूसरी तरफ़ किम जोंग ने अपनी बहन किम यो जोंग को अपनी पार्टी की सर्वोच्च निर्णायक समिति, पोलित ब्यूरो से बाहर कर दिया है. जिसमें वो पहले वैकल्पिक सदस्य के तौर पर शामिल थी. हालांकि प्योंगयांग के कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि किम को समिति के स्थायी सदस्य के तौर पर नामित किया जा सकता है.
उत्तर कोरिया पर एकाधिकार चाहता है किम जोंग
दक्षिण कोरिया की हेंडोंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी में अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा के प्रोफ़ेसर पार्क वोन-गोन के अनुसार पोलिटब्यूरो से अपनी बहन को हटाकर किम जोंग सत्ता में अपना एकाधिकार स्थापित करना चाहता है. उसने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उत्तर कोरिया का शासन किसी तय प्रणाली या नियमों के नहीं बल्कि एक व्यक्ति के हाथ में है। उन्होंने कहा कि, “किम जोंग उन जानबूझकर अपनी बहन को कोई आधिकारिक पद नहीं देना चाहता है. उसे डर है कि अगर उसने ऐसा किया तो उसकी बहन अपना खुद का ताक़तवर नेटवर्क स्थापित कर सकती है.”
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