North Korea News: दुनिया के सबसे रहस्यमय देशों में से एक उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग-उन (Kim Jong Un) की क्रूरता के किस्से तो आपने भी सुने होंगे. खबर है कि अब किम ने देश से भागने की कोशिश करने वाले समलैंगिकों, धार्मिक व्यक्तियों और उत्तर कोरियाई लोगों को फांसी पर लटकाने के आदेश दिए हैं.
यहां शासन के क्रूर-फैसले की एक और चौंकाने वाली खबर यह है कि कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग (Kim Il-sung) के चित्र की ओर इशारा करने वाली छह महीने की गर्भवती महिला को सरेआम मृत्युदंड दे दिया गया. स्थानीय मीडिया में खबरें आने के बाद दुनियाभर में कोरिया की तानाशाही को धिक्कारा जा रहा है और कई ह्यूमन राइट्स ऑगर्नाजेशन इसे भयावह मानवाधिकारों का उल्लंघन बता रहे हैं.
दक्षिण कोरिया ने खोली तानाशाही की पोल
उत्तर कोरिया से सटे दक्षिण कोरिया के मंत्रालय की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने अपने यहां ऐसे समलैंगिकों, धार्मिक व्यक्तियों और उत्तर कोरियाई लोगों को फांसी देने का हुकुम दिया है, जिन्होंने देश से भागने की कोशिश की थी. आतंरिक मामलों के मंत्रालय की 450 पेज की रिपोर्ट में 2017 से 2022 के बीच अपने देश से भागे 500 से अधिक उत्तर कोरियाई लोगों की गवाही शामिल है. मंत्रालय ने रिपोर्ट में कहा, "उत्तर कोरियाई नागरिकों के जीवन के अधिकार को गंभीर खतरा प्रतीत होता है."
किम इल-सुंग की तस्वीर देखने पर मौत की सजा
रिपोर्ट में कहा गया, "उत्तर कोरिया में छोटे-छोटे अपराधों पर भी मृत्युदंड का प्रावधान है, और लोगों को बहुत जल्द दोषी ठहरा दिया जाता है, उन्हें व्यापक रूप से फांसी दी जाती है." रिपोर्ट में उत्तर कोरियाई शासन की हिंसक कार्रवाइयों का विवरण दिया गया है जिसमें कहा गया है कि एक गर्भवती महिला की हत्या उस वीडियो के बाद की गई थी जिसमें वह कथित तौर पर कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग के चित्र की ओर इशारा करते हुए पाई गई थी, जब वह अपने घर में नृत्य कर रही थी.
6 नाबालिगों को गोली मारकर हत्या की गई
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उत्तर कोरिया में 16 और 17 साल की उम्र के छह किशोरों को गोली मार दी गई थी. उन किशोरों पर दक्षिण कोरिया से आने वाले वीडियो फुटेज देखने और एक स्टेडियम में अफीम से नशा करने का आरोप लगाया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरियाई लोगों के शरीर पर कई ऐसे प्रयोग किए गए, जो दुनिया में अस्वीकार्य हैं.