(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
North Korea Relation With Russia: 'रूस के साथ संबंध और मजबूत करेंगे', नॉर्थ कोरिया ने अमेरिकी चेतावनी के बावजूद किया पलटवार
North Korea-Russia: नॉर्थ कोरिया ने US विदेश मंत्री के बयान पर कहा कि ब्लिंकन की गैर-जिम्मेदाराना और टिप्पणियां केवल कोरियाई प्रायद्वीप में खतरनाक राजनीतिक तनाव को बढ़ाने का काम करती हैं.
North Korea React Over US Comment Related To Russia: रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से नॉर्थ कोरिया और रूस के बीच रिश्ते मजबूत हुए है. इस दौरान नॉर्थ कोरिया ने रूस को लड़ाई के लिए हथियार भी दिए. इसी पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सियोल में शुक्रवार (10 नवंबर) ने कहा कि रूस नॉर्थ कोरिया के सैन्य कार्यक्रमों के लिए हथियार देकर समर्थन कर रहा. इसके अलावा नॉर्थ कोरिया एक मिलिट्री सैटेलाइट लॉन्च करने की एक और कोशिश कर रहा है.
अमेरिकी विदेश मंत्री की तरफ से रूस के रिश्ते से जुड़े बयान पर नॉर्थ कोरिया ने पलटवार किया. समाचार एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि अमेरिका को एकांतवासी राष्ट्र और रूस के बीच बढ़ते संबंधों की नई वास्तविकता का आदी होना चाहिए. हमारे संबंध अमेरिका की चेतावनी के बावजूद रूस के साथ मजबूत बने रहेंगे.
नॉर्थ कोरिया ने रूस को दिया हथियार
नॉर्थ कोरिया ने अमेरिकी विदेश मंत्री के बयान पर कहा कि ब्लिंकन की गैर-जिम्मेदाराना और उत्तेजक टिप्पणियां केवल कोरियाई प्रायद्वीप और क्षेत्र में खतरनाक राजनीतिक समेत सैन्य तनाव को बढ़ाने का काम करती हैं. इसके अलावा, अमेरिका को उसकी चिंता से राहत देने में मदद नहीं करती हैं.
आपको बता दें कि सितंबर के महीने में नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग-उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मुलाकात हुई थी. उस दौरान एक हथियार समझौते के तहत नॉर्थ कोरिया ने यूक्रेन में युद्ध में उपयोग के लिए रूस को बड़ी मात्रा में युद्ध सामग्री और हथियार प्रदान किए थे.
जासूसी उपग्रह लॉन्च करने के तीसरी कोशिश
किम जोंग उन और पुतिन के बढ़ते संबंध के बाद नॉर्थ कोरिया और रूस के बीच गहरे सैन्य सहयोग ने इस संभावना को जन्म दिया है कि प्योंगयांग को अपनी लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम के लिए मास्को की तकनीकी सहायता मिल सकती है.
इसके अलावा साउथ कोरिया के अधिकारियों ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि नॉर्थ कोरिया मई और अगस्त में असफल प्रयासों के बाद सैन्य जासूसी उपग्रह लॉन्च करने के तीसरी कोशिश के लिए तैयार है.