नई दिल्ली: दुनिया के सामने पहली बार जब ये तस्वीरें आईं तब लोगों के लिए इनपर यकीन करना मुश्किल हो रहा था. लेकिन बाद में पता चला कि नॉर्थ कोरियाई नेता किम जोंग उन बीते रविवार को सच में अपनी चार दिवसीय चीन यात्रा पर बीजिंग पहुंचे जहां उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. 2011 में नॉर्थ कोरिया की सत्ता संभालने के बाद से किम की यह पहली विदेश यात्रा है. उत्तर कोरिया अपने विवादित परमाणु परीक्षण की वजह से अक्सर चर्चा में रहता है. इस देश पर अमेरिका ने कई प्रतिबंध (sanctions) लगाए हैं. दोनों देशों के बीच जुबानी जंग भी खूब हुई है. हालांकि उत्तर कोरिया ने हाल ही में अमरीका से बातचीत की पेशकश की है और ऐसी पेशकश के बीच किम की इस चीन यात्रा बेहद अहम माना जा रहा है.


चीन की सरकारी न्यूज़ एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, शी जिनपिंग के आमंत्रण पर किम, उनकी पत्नी री सोल जू और कई वरिष्ठ अधिकारी चीन पहुंचे जहां उनका शानदार स्वागत किया गया. इस दौरान किम ने कहा, ''दोनों देशों के बीच संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से सफल वार्ता हुई. हमारी बातचीत घरेलू स्थिति, कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता बनाए रखने समेत कई अन्य मुद्दों पर हुई.''



किम ने कहा, ''हम कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु प्रसार पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'' उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया अमेरिका से बातचीत करना चाहता है. इससे शांति और स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी. इसके बाद शी ने किम से कहा कि हमारी पारंपरिक मित्रता आगे बढ़नी चाहिए और विकसित होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ''हमारी रणनीतिक इच्छा है कि दोनो देशों के संबंध मजबूत हों.''


आपको बता दें कि कल यानी मंगलवार तक किम की ये चीन यात्रा गुप्त थी. हालांकि एक खास ट्रेन की गतिविधियों के बाद कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि किम चीन की यात्रा पर गये हैं. जापान के एक टीवी चैनल ने सोमवार को एक बख्तरबंद ट्रेन के चित्र को साझा किया, जो ठीक उसी तरह की है जिस तरह की ट्रेन का इस्तेमाल उत्तर कोरियाई नेता बीजिंग मुख्य स्टेशन पहुंचने के लिए करते रहे हैं.



यह घटनाक्रम किम जोंग-उन और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन के अप्रैल में प्रस्तावित शिखर सम्मेलन से पहले हुआ है. यह 11 सालों में पहली बार होने वाला अंतर-कोरियाई शिखर सम्मेलन होगा.


उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण


किम जोंग उन अब तक कुल 80 मिसाइल का टेस्ट कर चुका है. पिछले साल 3 सितंबर को उनके देश ने अपना सबसे खतरनाक हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया था. पिछले साल किम ने 16 बार परमाणु मिसाइल का परीक्षण किया था जिसमें से एक मिसाइल जापान के आसमान से भी होकर गुजरी थी. मिसाइल टेस्ट की वजह से अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच युद्ध का खतरा मंडराता रहा है. माना जाता है कि उत्तर कोरिया के पास करीब 60 परमाणु हथियार हैं. उत्तर कोरिया के पास 13 हजार किमी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें हैं.