टोक्यो: दुनिया के लिए राहत की बात ये है कि उत्तर कोरिया ने कहा है कि अब ये देश कोई मिसाइल परीक्षण नहीं करेगा. इस घोषणा के बाद जहां एक तरफ दक्षिण कोरिया और अमेरिका संतुष्ट हैं तो वहीं दूसरी तरफ जापान इससे असंतुष्ट है. जापान ने इस घोषणा के बाद कहा है कि वो इससे संतुष्ट नहीं है और उत्तर कोरिया पर उसकी दबाव की नीति जारी रहेगी. वहीं दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया का यह कदम ‘परमाणु निरस्त्रीकरण’ की दिशा में एक ‘सार्थक कदम’ है.
जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोडेरा ने वॉशिंगटन में पत्रकारों से कहा, ‘‘हम संतुष्ट नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने ‘छोटी और मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को त्यागने’ का जिक्र नहीं किया है. ओनोडेरा ने कहा, ‘‘भयानक विनाश करने वाले परमाणु हथियारों और मिसाइलों के खात्मे तक’’ वो प्योंगयांग पर दबाव बनाने की नीति जारी रखेंगे. वहीं दक्षिण कोरिया ने इसे ‘परमाणु निरस्त्रीकरण’ की दिशा में एक ‘सार्थक प्रगति’ बताते हुए उत्तर कोरिया की सराहना की है.
आपको बता दें कि जापान ऐसा एकमात्र देश है जिसके ऊपर से होकर उत्तर कोरिया का एक मिसाइल गुज़रा था. पिछले साल उत्तर कोरिया के एक परीक्षण के दौरान जापान में विश्व युद्ध के बाद पहली बार इमरजेंसी वाला सायरन बजाया गया था. ये सायरन इसलिए बजाया गया था क्योंकि जापान को लगा कि इस मिसाइल से देश के लोगों को नुकसान हो सकता है लेकिन मिलाइल देश के ऊपर से होकर निकल गया.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘जैसा विश्व चाहता है उसी की तर्ज पर उत्तर कोरिया का ये फैसला परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में एक सार्थक कदम है.’’ उत्तर कोरिया की इस घोषणा के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘यह उत्तर कोरिया और पूरे विश्व के लिए यह एक अच्छी खबर है और एक बड़ी प्रगति है.’’ साथ ही उन्होंने कहा कि वो किम जोंग उन के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन को लेकर उत्साहित हैं.