North Korea Missiles: अमेरिका ने 40 सालों में पहली बार न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल दागने वाली पनडुब्बी को साउथ कोरिया भेजा है. पनडुब्बी के साउथ कोरिया पहुंचने के कुछ घंटो बाद ही नॉर्थ कोरिया ने अपने पूर्वी तट से दो मिसाइल लॉन्च की है. योनहाप समाचार एजेंसी ने साउथ कोरियाई सैन्य अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि नॉर्थ कोरिया ने बुधवार (19 जुलाई) की सुबह प्योंगयांग के इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास लगभग 3:30 बजे और 3:46 बजे दो शॉर्ट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं.
योनहाप समाचार एजेंसी के रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया की शॉर्ट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल लगभग 550 किलोमीटर (340 मील) तक उड़ीं. अमेरिका की USS कैंटकी ओहियो कैटेगरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागने वाली पनडुब्बी मंगलवार को साउथ कोरिया के बुसान बंदरगाह के लिए रवाना हुई थी. पनडुब्बी के साउथ कोरिया पहुंचने की खबर मिलने के ठीक एक दिन यानी बुधवार को नॉर्थ कोरिया ने मिसाइल लॉन्च कर दी, जिसे तनाव बढ़ गया है.
मिसाइल से किसी भी तरह के नुकसान नहीं
साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने जानकारी दी कि नॉर्थ कोरियाई मिसाइल जापान के आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरीं. हालांकि, मिसाइल से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं आई है. साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने नॉर्थ कोरिया के मिसाइल लॉन्च की निंदा की है. उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए खतरा है. साउथ कोरिया और अमेरिकी सेनाएं नॉर्थ कोरिया के हर तरह की एक्शन पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं.
मिसाइल से कोई खतरा नहीं
यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड ने कहा कि उसे नॉर्थ कोरिया के तरफ से मिसाइल लॉन्च करने की जानकारी है. वो सहयोगियों और साझेदारों से बातचीत कर रहा है. कमांड ने साउथ कोरिया का जिक्र करते हुए एक बयान में कहा, "हालांकि हमने आकलन किया है कि ये घटनाएं अमेरिकी कर्मियों, क्षेत्र या हमारे सहयोगियों के लिए खतरा पैदा नहीं करती हैं, लेकिन मिसाइल लॉन्चिंग DPRK के अवैध हथियार कार्यक्रम के अस्थिर प्रभाव को उजागर करते हैं. नॉर्थ कोरिया ने परमाणु पनडुब्बी लाने पर नाराजगी जताई है और किसी भी पनडुब्बी की तैनाती को रोकने की मांग की है.