North Korea Nuclear Drone Test: बरसों से परमाणु परीक्षणों के कारण वैश्विक मीडिया की सुर्खियों में रहे उत्तर कोरिया (North Korea) ने अब एक नए हथियार को तैयार किया है. तानाशाह किम जोंग उन की अगुवाई में कोरियाई सैन्य इंजीनियरों ने ऐसा न्यूक्लियर ड्रोन बनाया है, जो दुश्मन पर पानी के भीतर से हमला करेगा. उसे 'हाइल-2' नाम दिया गया है.
कोरियाई भाषा में 'हाइल' का तात्पर्य 'सुनामी' से है. वहां के सरकारी मीडिया KCNA ने 8 अप्रैल को इस बारे में जानकारी दी. बताया गया कि उत्तर कोरिया के 'हाइल' न्यूक्लियर ड्रोन ने अपने परीक्षण के दौरान हजार किलोमीटर की दूरी तय की और वो परीक्षण में सफल रहा. कोरियाई गतिविधियों पर नजर रखने वाले अमेरिका की एजेंसियां इससे भौचक्की रह गई हैं, क्योंकि ये ड्रोन समुद्र में दुश्मन पर चुपचाप हमला करने में माहिर है.
दावा- टारगेट हिट करने से पहले 71 घंटों तक पानी में रहा
अमेरिकन मीडिया CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया द्वारा किया गया ये दूसरा अंडरवाटर न्यूक्लियर ड्रोन टेस्ट था, जो अपने टारगेट पर अटैक करने से पहले 71 घंटों तक पानी में रहा. ये टेस्टिंग वहां के मिलिट्री इंजीनियर्स ने 4 अप्रैल से 7 अप्रैल के बीच की. इस दौरान हाइल ने हजार किलोमीटर की दूरी तय की.
2 दिन पहले ही दी थी अमेरिका को चेतावनी
बता दें कि ये परीक्षण करने की जानकारी देने से 2 दिन पहले उत्तर कोरिया ने बढ़ते तनाव के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया को जिम्मेदार ठहराया था. उसने कहा था कि इन दोनों देशों ने लगातार जॉइंट मिलिट्री ड्रिल्स कर तनाव को परमाणु युद्ध के मुहाने पर पहुंचा दिया है. तानाशाह किम जोंग ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया की ड्रिल्स के बदले आक्रामक कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी थी.
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