North Korea: उत्तर कोरिया ने अमेरिकी सैनिक को रिहा करने का फैसला किया है. केसीएनए राज्य समाचार एजेंसी ने बुधवार (27 सितंबर) को इस बात की जानकारी दी. गौरतलब है कि जुलाई में उत्तर कोरिया की सीमा में एक अमेरिकी सैनिक हथियार सहित घुस गया था, जिसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे.
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने बुधवार को बताया कि अधिकारियों ने पकड़े गए अमेरिकी सैनिक ट्रैविस किंग से पूछताछ पूरी कर ली है. ऐसे में उन्हें जल्द ही रिहा किया जाएगा. हालांकि रिपोर्ट में इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि अमेरिकी सौनिक को कब और कहां छोड़ा जाएगा.
ट्रैविस किंग ने किए कई खुलासे
रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ में ट्रैविस किंग ने स्वीकार किया है कि उसने अवैध रूप से उत्तर कोरिया में प्रवेश किया, लेकिन इसके पीछे उसने खास वजह भी बताई. एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में पूछताछ करने वाले अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि सैनिक अमेरिका में सेना के भीतर अमानवीय दुर्व्यवहार और नस्लीय भेदभाव के खिलाफ था. ऐसे में उसने तंग आकर दलबदल किया था.
इस वजह से अमेरिकी सैनिक ने की घुसपैठ
रिपोर्ट के अनुसार, जांच के दौरान ट्रैविस किंग ने कबूल किया कि उसने डीपीआरके के क्षेत्र में अवैध रूप से घुसपैठ की थी, क्योंकि उसके मन में अमेरिकी सेना के भीतर अमानवीय दुर्व्यवहार और नस्लीय भेदभाव के खिलाफ गलत भावनाएं थीं और असमान अमेरिकी समाज के बारे में उसका मोहभंग हो गया था.
जुलाई में की थी घुसपैठ
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया में तैनात ट्रैविस किंग 18 जुलाई को एक सीमावर्ती गांव से उत्तर कोरिया में घुस गए थे. अमेरिका और उत्तर कोरिया के तनाव के बीच इस खबर से हड़कंप मच गया. हालांकि अब उत्तर कोरिया ने अमेरिकी सैनिक को छोड़ने का निर्णय लिया है. बता दें कि ट्रैविस किंग लगभग पांच वर्षों में उत्तर कोरिया में हिरासत में लिए जाने वाले पहले अमेरिकी बन गए हैं.