North Korean Flag in Ukraine : फरवरी, 2022 से शुरू हुआ रूस औऱ यूक्रेन का युद्ध अब भी जारी है. दोनों देश एक-दूसरे को हराने के लिए हर जोर आजमा रहे हैं. सैकडों लोगों की जान जाने के बाद भी अब भी इस युद्ध का कोई अंजाम नहीं दिख रहा है. वहीं, इस युद्ध में उत्तर कोरिया के भी शामिल होने की खबरें आ रही है. दरअसल, आयरिश स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, डोनबास के एक यूक्रेनी गांव में कथित तौर पर रूस के साथ-साथ उत्तर कोरिया का झंडा लहराते देखा गया है. इस रिपोर्ट ने तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को जन्म दे दिया है. जिस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए दक्षिण कोरिया ने लंबे समय से चल रहे इस युद्ध में यूक्रेन की मदद करने का ऐलान कर दिया है.


दक्षिण कोरिया की खुफिया सेवा ने किया दावा


दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) ने इस बात का दावा किया है कि नॉर्थ कोरिया अपने 12,000 सैनिकों को रूस में भेजने की योजना पर काम कर रहा है. इसी के तहत करीब 1,500 उत्तर कोरियाई सैनिक चोंगजिन, हमहंग और मुसुदन के पास के इलाके में पहले ही जहाजों से व्लादिवोस्तोक में पहुंचाए जा चुके हैं. इसके अलावा एक वीडियो फुटेज में नॉर्थ  कोरिया की सेना को रूस के पूर्व क्षेत्र के एक सैन्य इलाके में ट्रेनिंग करते हुए भी देखा गया था. वहीं अब एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि इसमें पोक्रोवस्क इलाके के कब्जे वाले त्सुकुरिन गांव में कथित तौर पर रूसी झंडे के साथ ऩॉर्थ कोरिया के झंडे को भी देखा गया है.


यूक्रेन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है ये क्षेत्र


यूक्रेन के जिस गांव में नॉर्थ कोरिया का झंडा देखा गया है, वह पोक्रोवस्क लगभग 60 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में बसा है. जो यूक्रेनी सेना का एक महत्वपूर्ण परिवहन और रसद का केंद्र है. बताया जा रहा है कि रूस के सैनिक इस इलाके की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं.


वहीं नॉर्थ कोरिया के सैनिकों की रूस में तैनाती पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए दक्षिण कोरिया ने जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी है. बता दें कि साउथ कोरिया अब तक यूक्रेन को सिर्फ गैर-घातक सहायता दे रहा था, लेकिन अब उसने यूक्रेन को गोला-बारूद के साथ 155 मिमी आर्टिलरी गोले उपलब्ध कराने की बात भी कही है.


रूस और नॉर्थ कोरिया ने किया खंडन


हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरिया ने अपनी भागीदारी को लेकर दक्षिण कोरिया द्वारा किए जा रहे दावों का खंडन किया है. इसके साथ ही रूस ने भी इन रिपोर्ट्स को फर्जी खबर बताकर सिरे से खारिज कर दिया है.