तोक्यो: उत्तर कोरिया ने एक बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट किया जो जापान के पास महासागर में गिरा. जापान के अधिकारियों ने यह जानकारी साझा की. इसके मद्देनजर जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो अबे ने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलायी है.


उन्होंने कहा, ‘‘हमें जानकारी मिली है कि उत्तर कोरिया ने एक बार फिर मिसाइल टेस्ट किया है. हम तुरंत इसका विश्लेषण करेंगे और जापान के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे.’’ यह मिसाइल किस प्रकार की है, इसको लेकर अभी जानकारी सामने नहीं आई है.


गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने बीती चार जुलाई को पहले इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट किया था. इसी बीच अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने भी इसकी पुष्टि की है. पेंटागन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार रक्षा विभाग टेस्ट का आकलन कर रहा है.


आईसीबीएम परीक्षण उत्तर कोरिया का दुस्साहसी एवं खतरनाक कदम : ट्रंप


मिलाइल टेस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उत्तर कोरिया का इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) टेस्ट उसके निरंकुश शासन का दुस्साहसी और खतरनाक कदम है और यह कदम प्योंगयांग (उत्तर कोरिया की राजधानी) को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और अलग थलग कर देगा.


पेंटागन ने कहा कि उत्तर कोरिया ने एक महीने में कल दूसरी बार आईसीबीएम का परीक्षण किया. इससे एक दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस ने रूस, ईरान और उत्तर कोरिया पर नए कड़े प्रतिबंध लागू करने के लिए वोट किया था. ट्रंप ने कहा, ‘‘अमेरिका अपने देश और क्षेत्र में अपने सहयोगियों की सुरक्षा तय करने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाएगा.’’


टेस्ट के बाद अमेरिका-दक्षिण कोरिया ने किया मिलिट्री ड्रिल


उत्तर कोरिया के मिसाइल टेस्ट के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं ने सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें दाग कर मिलिट्री ड्रिल किया. अमेरिकी सेना ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह अभ्यास उत्तर कोरिया के एक ताज़ा मिसाइल का टेस्ट की प्रतिक्रिया है.


अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य प्रमुखों ने उत्तर कोरिया के मिसाइल टेस्ट के बाद ‘सैन्य विकल्प’ पर विचार किया. इसके कुछ ही देर बाद दोनों देशों की सेनाओं का संयुक्त अभ्यास किया.