North Korea-Russia Relation: नॉर्थ कोरियाई नेता किम जोंग उन ने बुधवार (26 जुलाई) को रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से मुलाकात की. नॉर्थ कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी (KCNA) के मुताबिक रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु नॉर्थ कोरिया के दौरे पर हैं, जहां पर दोनों देशों के राजनेताओं ने आपसी संबंधों को आगे बढ़ाने का वादा किया.


रिपोर्ट के मुताबिक रूसी रक्षा मंत्री शोइगु ने किम को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के तरफ से लिखा हुआ एक लेटर सौंपा, जिसके बदले में किम ने शोइगु के नेतृत्व में एक सैन्य प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हमारी इस बैठक ने रणनीतिक और पारंपरिक (DPRK) नॉर्थ कोरिया-रूस संबंधों को और गहरा कर दिया है.


कोरियाई युद्ध की वर्षगांठ के मौके पर पहुंचे
नॉर्थ कोरिया में विजय दिवस के रूप में मनाए जाने वाले कोरियाई युद्ध की समाप्ति की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर रूसी प्रतिनिधिमंडल और चीनी प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताह नॉर्थ कोरिया पहुंचे. चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कम्युनिस्ट पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य ली होंगजोंगस कर रहे थे. ये प्रतिनिधिमंडल कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से नॉर्थ कोरिया आने वाला पहला प्रमुख सार्वजनिक रूप से आने वाला समूह है.


समाचार एजेंसी योनहाप ने कोरियाई सेंट्रल ब्रॉडकास्टिंग स्टेशन (KCBS) का हवाला देते हुए बताया कि शोइगु ने प्योंगयांग में एक भोज के दौरान नॉर्थ कोरियाई सेना की दुनिया में सबसे शक्तिशाली के रूप में प्रशंसा की. रिपोर्ट में कहा गया है कि शोइगु ने अपने नॉर्थ कोरियाई समकक्ष कांग सुन नाम से मुलाकात के दौरान यह टिप्पणी की.


नॉर्थ कोरिया की मंशा
रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बुधवार को शोइगु ने नॉर्थ कोरियाई रक्षा मंत्री कांग सुन नाम के साथ भी बातचीत की, जिसका उद्देश्य हमारे रक्षा विभागों के बीच सहयोग को मजबूत करना था. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि नॉर्थ कोरिया क्षेत्रीय प्रभाव को लेकर चीन और रूस के साथ मिलकर अमेरिका और यूक्रेन के राजनयिक अलगाव से बाहर निकलना चाहता है. इसके अलावा वो खुद को अमेरिका के खिलाफ एकजुट मोर्चे में शामिल करना चाहता है.


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