(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
North Korea: क्या अमेरिका के साथ टकराव बढ़ाने के मूड में है उत्तर कोरिया? Kim Jong Un की क्या है मंशा
North Korea On US: नॉर्थ कोरिया स्टेट मीडिया ने पोलित ब्यूरो के निर्णय की रिपोर्ट में कहा कि अमेरिका की शत्रुतापूर्ण नीति और सैन्य सुरक्षा खतरे की रेखा पर पहुंच गया है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
North Korea News: अमेरिका के कई बार मना करने के बावजूद उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल टेस्ट कर रहा है. इस बीच अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच मतभेद और बढ़ सकते हैं. उत्तर कोरियाई स्टेट मीडिया ने बुधवार को कहा कि देश की प्रमुख हस्तियों ने फैसला किया है कि देश को अमेरिका के साथ दीर्घकालिक टकराव के लिए तैयार रहना चाहिए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के प्रति नॉर्थ कोरिया की नीति के बारे में ये टिप्पणी किम जोंग और सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के नेताओं के साथ हाल के बैठक में सामने आई है.
अमेरिका के साथ टकराव के मूड में उत्तर कोरिया
नॉर्थ कोरिया स्टेट मीडिया ने पोलित ब्यूरो के निर्णय की रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिका की शत्रुतापूर्ण नीति और सैन्य सुरक्षा खतरे की रेखा पर पहुंच गया है जिसे अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल या परमाणु परीक्षणों को फिर से शुरू करने का भी संकेत दिया गया है. उत्तर कोरिया ने हाल ही में मिसाइल टेस्ट की एक श्रृंखला फिर से शुरू की है. किम जोंग उन ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ शिखर सम्मेलन के बाद से अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों या परमाणु उपकरणों का परीक्षण नहीं किया है. 2018 में सिंगापुर में पहली बैठक से पहले उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु परीक्षण स्थल पर सुरंगों में विस्फोट किया था.
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लगातार मिसाइल टेस्ट कर रहा है किम जोंग
गौरतल है कि उत्तर कोरिया ने मंगलवार को ही मिसाइट टेस्ट किया था. हालांकि इस बारे में साफ नहीं हो पाया था कि वो किस तरह का मिसाइल थी. वहीं दक्षिण कोरिया की आर्मी ने इससे एक दिन पहले ही उत्तर कोरिया की दो बैलिस्टिक मिसाइलों (Ballistic Missile) का प्रक्षेपण करने की बात कही थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया ने इस महीने चार मिसाइलों का प्रक्षेपण किया. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन प्रशासन ने हालिया परीक्षण को लेकर प्रतिबंध लगाए थे जिसके बाद उत्तर कोरिया ने इसे लेकर चेतावनी भी दी थी.
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