नई दिल्ली: भारत सरकार विदेशों में फंसे भारतीयों के लिए बड़ा कार्यक्रम चला रही है. मगर बड़ी तादाद में OCI कार्ड धारक ऐसे हैं जो कि विदेशों में फंसे हुए हैं और भारत वापस आना चाहते हैं पर फिलहाल OCI धारकों को देश-वापसी के इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनाया गया है.
भारत का मिशन वंदे भारत, ऐसा मिशन जिसके तहत लॉकडाउन के एलान के चलते विदेशों में फंसे भारतीय को हवाई और समुद्र के रास्ते भारत वापस लाने की नीती बनाई गई. विदेश मंत्रालय के मुताबिक ये अपनी तरह का सबसे बड़ा मिशन है. जिसके तहत करीब 1.8 मिलियन भारतीयों को वापस लाया जाना है. मगर इसके बावजूद विदेशों में फंसे लाखों OCI कार्ड धारक ऐसे हैं जिन्हें देश-वापसी के इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनाया गया है और वो इससे बहुत हताश और निराश हैं.
OCI का मतलब क्या होता है
OCI मतलब Oversees Citizens of India जिनके पास वोटिंग राइट्स, पॉलिटिकल ऑफिसेस ज्वाइन करने और कुछ कैटेगरी के जमीन खरीदने का अधिकार छोड़ एक आम भारतीय की तरह बाकी सभी सहूलियतें होती हैं. विदेश मंत्रालय के मुताबिक विदेशों में भारतीय मूल के करीब 28 मिलियन लोग रहते हैं, जिनमें से करीब 6 मिलियन OCI कार्ड धारक हैं. समस्या इस बात की है बड़ी संख्या में ऐसे OCI कार्ड होल्डर ऐसे हैं जो लॉकडाउन के बाद से विदेशों में फंसे हुए हैं, वापस आना चाहते है पर फिलहाल इन लोगों को मिशन वंदे भारत का हिस्सा नहीं बनाया गया है.
सरकार का कहना है कि पहले चरण में उनको वापस लाया जा रहा है जो या तो माइग्रेन्ट लेबर हैं, जिनका प्रत्यरपण होना है, जिनका short term visa रहा हो, कोई मेडिकल इमरजेन्सी हो, वरिष्ठ नागरिक हो, गर्भवती महिलाएं हो, फंसे हुए छात्र हो या फिर किसी कि मृत्यु हो गई हो. सरकार का कहना है कि विदेशी नागरिकों और OCI कार्ड धारकों को फिलहाल इसका हिस्सा नहीं बनाया गया है.
ABP News ने सरकार से इस बारे में पूछा तो सरकार के सूत्रों ने बताया कि फिलहाल विदशो से भारतीयों को वापस लाने की नीति केवल सबसे ज्यादा जरूरतमंद लोगों के लिए बनाई गई है लेकिन ऐसा नहीं की सरकार OCIs के बारे में नहीं सोच रही, पहले चरण में इन लोगों को वापस लाने के बाद इस बात की संभावना है कि OCIs को भी वापस लाने के मिशन में शामिल कर लिया जाए.
असल में लाखों OCI कार्ड धारकों को तब झटका लगा था जब अचानक ही भारत सरकार ने महज 24 घंटो के नोटिस पर 15 अप्रैल तक वीजा फ्री ट्रैवेल की सुविधा को सस्पेंड कर दिया था. यहां तक की 8 मई को एक बार फिर भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान दिया कि अगले फैसले तक ये सुविधा सस्पेडेड रहेगी और ना ही फिलहाल मिशन वंदे भारत मे इन लोगों को शामिल किया गया है.
अब बड़ी संख्या में OCI कार्ड होल्डर ऐसे हैं जो विदेशों में फंसे हुए है और वतन वापसी की राह देख रहे हैं. इस बीच अगर किसी OCI कार्ड धारक की मृत्यु हो गई तो उनके पार्थिव शरीर को भी जरूर वापस लाया गया है.
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