सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य देशों से पिछले दो दिनों में लगभग 170 पाकिस्तानियों को निर्वासित किया गया है. रविवार को मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी सामने आई है.


जियो न्यूज ने आव्रजन सूत्रों के हवाले से बताया कि सऊदी अधिकारियों ने भीख मांगने, मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध रूप से रहने, नौकरी से भागने और अनुबंध संबंधी समझौतों का उल्लंघन करने में शामिल 94 पाकिस्तानियों को निर्वासित किया है. खबर के मुताबिक, उनमें से कुछ को काली सूची में भी डाला गया है.


पिछले दो दिनों में अवैध गतिविधियों और अन्य उल्लंघनों के लिए सजा काटने के बाद यूएई से 39 अन्य पाकिस्तानियों को निर्वासित किया गया. अन्य को ओमान, थाईलैंड, इराक, यूके, साइप्रस, इंडोनेशिया, मॉरिटानिया, कतर और तंजानिया से निर्वासित किया गया.


पिछले दो दिनों में यूएई से 39 अन्य पाकिस्तानियों को अवैध गतिविधियों और अन्य नियनों के उल्लंघनों के लिए सजा काटने के बाद निर्वासित किया गया. अन्य लोगों को ओमान, थाईलैंड, इराक, यूके, साइप्रस, इंडोनेशिया, मॉरिटानिया, कतर और तंजानिया से निर्वासित किया गया.


सऊदी पाकिस्तानी भिखारियों पर सख्त
हाल ही में पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने पुष्टि की है कि सऊदी अरब से 10 संदिग्धों को निर्वासित किया गया है, जो उमराह वीजा पर सऊदी अरब गए थे, लेकिन वहां भीख मांगने में लगे थे. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब ने 2023 में कई बार इस मुद्दे को पाकिस्तान के सामने उठाया था और कार्रवाई की मांग की थी.


भीख मांगने के खिलाफ सख्त कार्रवाई
नवंबर 2023 में, पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने सऊदी अरब को आश्वासन दिया था कि भीख मांगने के लिए उमराह और हज वीजा का दुरुपयोग करने वाले पाकिस्तानियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. इसके तहत कराची हवाई अड्डे पर एक बड़े ऑपरेशन के दौरान भीख मांगने जाने वाले संदिग्धों को पकड़ा गया.