अरबी भाषा में ओमान की महिला जोखा अल्हार्थी को मिला पहला मैन बुकर प्राइज
ओमान की राइटर जोखा अल्हार्थी अरबी भाषा की पहली राइटर हैं जिन्हें दुनिया के प्रतिष्ठित मैन बुकर प्राइज से सम्मानित किया गया है. राइटर जोखा अल्हार्थी की किताब ने दुनियाभर से शॉर्टलिस्टेड पांच किताब को पछाड़कर यह पुरस्कार जीता है.
लंदन: ओमान की राइटर जोखा अल्हार्थी अरबी भाषा की पहली राइटर हैं जिन्हें दुनिया के प्रतिष्ठित मैन बुकर प्राइज से सम्मानित किया गया है. राइटर जोखा अल्हार्थी को उनकी किताब ‘कैलेस्टियल बॉडीज’ के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया है.
किताब की कहानी तीन बहनों पर आधारित है- राइटर जोखा अल्हार्थी की किताब ने दुनियाभर से शॉर्टलिस्टेड पांच किताब को पछाड़कर यह पुरस्कार जीता है. बुक की कहानी तीन बहनों और एक मरुस्थली देश की है. इस किताब के कैरेक्टर दासता के अपने इतिहास से उबर कर जटिल आधुनिक विश्व के साथ तालमेल करने की जद्दोजहद करते हैं.
We’re delighted to announce our #MBI2019 winner is Celestial Bodies by Jokha Alharthi, translated by Marilyn Booth and published by Sandstone Press. Read more here: https://t.co/rWHBRXwDOy pic.twitter.com/SfJr2Yg98u
— Man Booker Prize (@ManBookerPrize) May 21, 2019
इस बुक को मार्लिन बूथ ने ट्रांसलेट किया है. पुरस्कार के साथ मिलने वाली 64 हजार डॉलर की इनामी राशि को राइटर और ट्रांसलेटर के बीच बांटी जाएगी.
क्या होता है मैन बुकर पुरस्कार- इस पुरस्कार की स्थापना साल 1969 में इंग्लैंड में बुकर मैकोनल कंपनी के द्वारा की गई थी. पहला बुकर प्राइज अलबानिया के नोबेलिस्ट को मिला था. अनेक भारतीयों को भी यह पुरस्कार मिल चुका है.हिमाचल हाईकोर्ट से अभिनेता जितेन्द्र को बड़ी राहत, यौन उत्पीड़न के 48 साल पुराने मामले में FIR खारिज
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