लंदन: ओमान की राइटर जोखा अल्हार्थी अरबी भाषा की पहली राइटर हैं जिन्हें दुनिया के प्रतिष्ठित मैन बुकर प्राइज से सम्मानित किया गया है. राइटर जोखा अल्हार्थी को उनकी किताब ‘कैलेस्टियल बॉडीज’ के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया है.
किताब की कहानी तीन बहनों पर आधारित है-
राइटर जोखा अल्हार्थी की किताब ने दुनियाभर से शॉर्टलिस्टेड पांच किताब को पछाड़कर यह पुरस्कार जीता है. बुक की कहानी तीन बहनों और एक मरुस्थली देश की है. इस किताब के कैरेक्टर दासता के अपने इतिहास से उबर कर जटिल आधुनिक विश्व के साथ तालमेल करने की जद्दोजहद करते हैं.
इस बुक को मार्लिन बूथ ने ट्रांसलेट किया है. पुरस्कार के साथ मिलने वाली 64 हजार डॉलर की इनामी राशि को राइटर और ट्रांसलेटर के बीच बांटी जाएगी.
क्या होता है मैन बुकर पुरस्कार-
इस पुरस्कार की स्थापना साल 1969 में इंग्लैंड में बुकर मैकोनल कंपनी के द्वारा की गई थी. पहला बुकर प्राइज अलबानिया के नोबेलिस्ट को मिला था. अनेक भारतीयों को भी यह पुरस्कार मिल चुका है.
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