Omicron variant: दक्षिण अफ्रीका में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या एक दिन में दोगुनी हो गई है. इस रफ्तार से बढ़ रहे मामलों ने ना सिर्फ दक्षिण अफ्रीका बल्कि उन 24 देशों को भी तनाव में ला दिया है जहां ओमिक्रोन वेरिएंट के मरीज सामने आए हैं. वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका ने भी वैक्सीनेशन की रफ्तार भी तेजी लाई है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट कर नए वेरिएंट से बचाया जा सके. 


वहीं ओमिक्रोन पर स्टडी कर रहे एक्सपर्ट की माने तो इस स्ट्रेन के शुरुआती संकेत बताते हैं कि ओमाइक्रोन पिछले वेरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक हो सकता है, जो पहले से ही वित्तीय बाजारों में हलचल मचा चुका था. दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज (NICD) ने कहा कि ओमिक्रोन के प्रोफाइल और शुरुआती महामारी विज्ञान के आंकड़ों से पता चलता है कि यह कुछ इम्यूनिटी से बचने में सक्षम है, लेकिन वैक्सीन अभी भी लोगों को मौत से बचा सकती है. 


राष्ट्रीय संक्रामक रोग संस्थान ने बुधवार शाम आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कोरोना के इस नए स्ट्रेन ने पिछले 24 घंटे में 8,561 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है, जबकि इससे एक दिन पहले 4,373 मामले पाए गए थे. वहीं महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ.सलीम अब्दुल करीम मामलों के स्पीड को देखते हुए कहा कि अगर यह वायरस इसी तरह फैलता रहा तो सोमवार तक ओमिक्रोन के मामलों की संख्या 10 तक पहुंच सकती है.


72 प्रतिशत मरीज गाउतेंग प्रांत से सामने आए 


वहीं वायरस के संक्रमण का शिकार हुए मामलों में 72 प्रतिशत मरीज गाउतेंग प्रांत से सामने आए हैं. संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए गाउतेंग प्रांत में होने वाले किसी भी समारोह पर अनिश्चितकाल तक रोक लगा दी गई है. और सरकार पर इस बात का दबाव बढ़ गया है कि उन लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाया जाए, जिन्होंने टीकाकरण नहीं कराया है. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने गत रविवार को घोषणा की थी कि देश में सबसे निचले स्तर यानी पहली श्रेणी का लॉकडाउन ही जारी रहेगा. विश्लेषकों का कहना है कि निचले स्तर के इस लॉकडाउन के तहत देश में बड़ी संख्या में लोगों को एकत्र होकर सभाएं करने की अनुमति है और इस संख्या को कम किए जाने की आवश्यकता है.


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