Omicron variant: कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रोन तेजी से कई देशों में पांव पसार रहा है. वायरस के इस वेरिएंट को अन्य स्ट्रेन के मुकाबले ज्यादा खतरनाक और संक्रामक बताया जा रहा है. WHO के अनुसार अब तक यह वायरस दुनियाभर के 25 देशों में फैल चुका है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी पिछले हफ्ते इसे 'वेरिएंट ऑफ कन्सर्न' घोषित कर दिया था. कई देशों में इसके संक्रमण से बचने के लिए एहतियात के तौर पर इंटरनेशनल उड़ानों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस बीच एक राहत देने वाली जानकारी सामने आई है.
दरअसल डब्ल्यूएचओ और कोरोनावायरस विशेषज्ञ इस नए वेरिएंट पर लगातार स्टडी कर रहे हैं और जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर ये वायरस अन्य वेरिएंट के मुकाबले कितना खतरनाक है. वहीं दक्षिण अफ्रीका में वायरस से लोगों को संक्रमित हुए एक सप्ताह भी हो गया है. मरीजों पर की गई अपनी स्टडी में विशेषज्ञों ने पाया कि कोरोना वायरस का ये नया वेरिएंट ज्यादा संक्रामक तो है लेकिन इसके संक्रमण के बाद भी दक्षिणी अफ्रीका में कहीं भी कोविड की मृत्यु दर में उछाल नहीं आया है.
तेजी से फैलता है ओमिक्रोन
विशेषज्ञों को मानना है कि ये वायरस तेजी से लोगों में फैल रहा है लेकिन, ओमाइक्रोन से संक्रमित होने वाले मरीजों का अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. वहीं WHO ने आज सुबह देशों में लगी यात्रा प्रतिबंधों को हटाने की अपील करते हुए कहा कि हमें प्रतिबंध लगाने की जगह सावधानी बरतनी चाहिए और आशावादी होना चाहिए. उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में इस वायरस से संक्रमित हुए लोगों की रिपोर्टों के पता चला है कि 'ओमिक्रोन' कोरोना वायरस का वेरिएंट 'डेल्टा' की तुलना में ज्यादा घातक नहीं है.
दक्षिणी अफ्रीका के अस्पतालों और डॉक्टरों के अनुसार ओमिक्रोन से संक्रमित अधिकांश रोगियों में केवल गंभीर सिरदर्द, चक्कर आना और हाई पल्स रेट का अनुभव किया गया है.
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