KP Sharma Oli to PM Modi: नेपाल के नवनियुक्त प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने भारत को लेकर रूख को साफ कर दिया है. पीएम पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने सोमवार (15 जुलाई) को कहा कि वह नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने और द्विपक्षीय संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उनके इस बयान से चीन भी परेशान हो सकता है, क्योंकि लगातार नवनियुक्त पीएम के.पी. शर्मा ओली को चीन का समर्थक बताया जाता रहा है. 


पीएम मोदी ने चौथी बार नेपाल का प्रधानमंत्री बनने पर के.पी. शर्मा ओली को बधाई दी थी, जिसक जवाब में उन्होंने पीएम मोदी की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद किया है. नेपाल के प्रधानमंत्री ओली ने कहा, "आपकी हार्दिक बधाई के लिए धन्यवाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी. मैं नेपाल-भारत संबंधों को परस्पर लाभ के लिए मजबूत बनाने के वास्ते आपके साथ मिलकर काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हूं. हम मिलकर अपने ऐतिहासिक संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं."


पीएम मोदी ने दी थी बधाई


के.पी. शर्मा ओली के प्रधानमंत्री बनने के बाद बधाई देते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "हम दोनों देशों के बीच मैत्री के गहरे संबंधों को और मजबूत करने तथा हमारी जनता की प्रगति और समृद्धि के लिए परस्पर लाभकारी सहयोग को और बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की उम्मीद करते हैं." 


विश्वास मत हारी पुष्प कमल की सरकार


दरअसल, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनीफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) के अध्यक्ष ओली को नई गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए रविवार को चौथी बार देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया. ओली (72) ने पुष्प कमल दाहाल प्रचंड की जगह ली है, जो शुक्रवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हार गए थे. ओली की खास बात ये है कि वह 12 साल की उम्र से ही राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने 14 साल जेल में बिताने के बाद कम्युनिस्ट पार्टी का गठन किया था. इसके बाद 2015 में वह पहली बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. 


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