संयुक्त राष्ट्र: रोहिंग्या अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय की एक वकील रजिया सुल्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से म्यांमार को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस भेजने की अपील की है. ये अपील म्यांमार द्वारा रोहिंग्या समुदाय की लड़कियों और महिलाओं को प्रताड़ित करने, उनके साथ सामूहिक बलात्कार करने और उनकी तस्करी करने जैसे ‘जघन्य अपराधों’ के खिलाफ की गई है.
साल 2014 से शरणार्थी शिविरों में रोहिंग्या लड़कियों और महिलाओं के साथ काम कर रही रजिया ने परिषद से कहा, ‘‘मैं जहां से आई हूं, वहां म्यांमार की सेना ने महिलाओं और लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार किया, उन्हें प्रताड़ित किया और उनकी हत्याएं की. ऐसा सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि वो रोहिंग्या समुदाय से थीं.’’
संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली संस्था में अपने लोगों की दुर्दशा का मुद्दा उठाने वाली रजिया पहली महिला है. रोहिंग्या लोगों पर किए जा रहे अत्याचारों को खत्म करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने और संघर्ष के दौरान यौन हिंसा के मुद्दे पर बुलाई बैठक में उन्होंने यह बात कही.