वियना: प्रमुख तेल निर्यातक देशों के समूह ओपेक (ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग नेशन) के सदस्य देशों ने एक बड़ा फैसला लिया है. इसके तहत सबने मिलकर कच्चे तेल के उत्पादन को हर दिन 10 लाख बैरल बढ़ाने पर सहमत जताई है. समूह के सूत्रधार सऊदी अरब के तेल मंत्री खालिद अल-फालेह ने आज इसकी जानकारी दी.
अल-फालेह ने ओपेक की बैठक के बाद कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि अंतत: हम 10 लाख बैरल के आंकड़े पर सहमत हुए.’’ उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के सउदी अरब के प्रस्ताव को पूर्ण सहमति मिली. हालांकि, ईरान ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था.
ओपेक की इस बैठक के बाद तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, न्यूयॉर्क मर्के टाइल एक्सचेंज पर शुक्रवार को तेल की कीमतें 3.04 डॉलर बढ़कर 68.58 डॉलर प्रति बैरल रही जबकि लंदन आईसीई फ्यूचर्स एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड की कीमत 2.50 डॉलर बढ़कर 75.55 डॉलर प्रति बैरल रही.
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमत बढ़ने का असर दुनिया भर में तेल की कीमतों पर पड़ता है. जाहिर सी बात है कि कच्चे तेल की कीमत का असर भारतीय ग्राहकों की पॉकेट पर भी पड़ सकता है.