एफबीआई (US Federal Bureau of Investigation), यूरोपोल, ऑस्ट्रेलियन प्रवर्तन एजेंसी आदि की मदद से दुनिया भर में 800 से ज्यादा उन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है जो हत्याएं, ड्रग्स की तस्करी, हथियारों की सप्लाई और अवैध करेंसी के धंधे में संलिप्त थे. इन्हें दबोचने के लिए एक स्टिंग ऑपरेशन किया गया जिसका नाम Operation Trojan Shield था. ऑपरेशन ट्रोजन शिल्ड के माध्यम से 800 से ज्यादा इन अपराधियों को पकड़ा गया. इन अपराधियों को गिरफ्तार करने के बाद विश्व में 150 से ज्यादा हत्याओं को होने से बचाया गया है. इसके साथ ही हजारों टन की ड्रग तस्करी और हथियारों की सप्लाई बाधित हुई. ऑपरेशन में 250 से ज्यादा हथियार और 4.8 करोड़ डॉलर के मूल्य के करेंसी नोट को बरामद किया गया. 


ANOM डिवाइस की मदद से जासूसी 
एफबीआई की मदद से पिछले दो साल के दौरान 16 देशों की पुलिस ने ANOM डिवाइस के माध्यम से अंडरवर्ल्ड के अपराधों को ट्रैस किया और 800 से ज्यादा अपराधियों को पकड़ने में सक्षम हुआ. ANOM डिवाइस के माध्यम से पुलिस ने अपराधियों के एनक्रिप्टेड मैसेज की जासूसी की जिसकी बदौलत ड्रग डील, हथियारों की सप्लाई आदि का भंडाभोड़ किया जा सका और घटना होने से पहले पुलिस ने बड़े-पैमाने पर इसकी धड़पकड़ कर अपराध को होने से रोका. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिस स्कॉट ने इस ऑपरेशन की सफलता पर कहा है कि यह ऑपरेशन संगठनात्मक अपराध पर करारा प्रहार है. इसका असर सिर्फ ऑस्ट्रेलिया पर ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में पड़ेगा. 


300 से ज्यादा क्रिमिन सिंडिकेट का पर्दाफाश 
Operation Trojan Shield में माफिया समूहों, एशिएयन क्राइम सिंडिकेट, मोटरसाईकिल गैंग्स और अन्य क्रिमिनल नेटवर्क के एनक्रिप्टेड मैसेज की निगरानी खुफिया फोन से की गई. यह स्टिंग ऑपरेशन ऑस्ट्रेलिया और अमेरिकी एफबीआई ने संयुक्त रूप से किया था. एफबीआई के एसिस्टेंट डाइरेक्टर केल्विन शीवर ने बताया कि ऑपरेशन का परिणाम चौंकाने वाला है. एफबीआई ने अनजान नेटवर्क पर एक हजार से ज्यादा ANOM डिवाइस को 100 से ज्यादा देशों में 300 से ज्यादा क्रिमिनल सिंडिकेट को पकड़ने के लिए लगाया. इन सिंडिकेट को भरोसा था कि उनके एनक्रिप्टेड संदेश को किसी भी देश की पुलिस नहीं पढ़ पाएगी. इसी गुमान में ये अपराधी ड्रग, हथियारों को जहाज से गोपनीय तरीके से भेजते थे और हवाला के जरिए पैसा कमाते थे. अधिकारी का कहना था कि उसकी टीम ने इन अपराधियों के 2.7 करोड़ मैसेज को पढ़ा जिसके बारे में क्रिमिनल को पता था कि उनका मैसेज कोई नहीं पढ़ा रहा. 


कैसे हुआ भंडाफोड़
Operation Trojan Shield पिछले दो साल से चल रहा था. इस दौरान पुलिस ने अपराधियों, Phantom Secure, EncroChat and SkyGlobal द्वारा इस्तेमाल किए गए एनक्रिप्टेड फोन नेटवर्क को बाधित किया. ANOM डिवाइस ने इस काम को बखूबी अंजाम दिया. एफबीआई ने कैलिफोर्निया कोर्ट में दायर अपने हलफनामे में कहा है कि Phantom Secure के अपराध में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और उससे next generation के एनक्रिप्टेड मैसेज डिवाइस को बनाने के लिए दबाव डाला. इस डिवाइस से एफबीआई के हाथों एनक्रिप्टेड टेक्नोलॉजी की मास्टर की हाथ लग गई और सैंकड़ों सिंडिकेट क्राइम का भंडाफोड़ करने में सफल हो सकी. इस डिवाइस को सैट करने के बाद अपराधियों द्वारा किए गए मैसेज सीधे एफबीआई के नेटवर्क पर पहुंच जाते थे. 


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