Pak-AF Border: चमन बॉर्डर पर पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने अफगान शरणार्थियों पर की फायरिंग, ये थी वजह
Pakisthan-Afghanistan Border: पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर चमन बॉर्डर क्रॉसिंग के बंद होने से करीब 50,000 छोटे और मध्यम व्यापारियों की नौकरी चली गई है.
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Pakisthan-Afghanistan Border: अफगान पश्तूनों का हमदर्द होने का दावा करने वाले पाकिस्तान ने रविवार को अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा (Afghanistan Pakistan Border) पर गोलियां चलाईं. दरअसल, चमन बॉर्डर क्रॉसिंग (Chaman crossing) पर मौजूद सेना ने अफगानी नागरिकों (Afghan Citizens) पर गोलियां चलाईं. काफी दिनों से भूखे प्यासे अपने मुल्क पहुंचने की कोशिश कर रहे लोगों का रविवार को सब्र का बांध टूटा और उन्होंने जबरदस्ती बॉर्डर पार करने की कोशिश की. जिसे देखते हुए बॉर्डर पर मौजूद पाकिस्तानी सेना ने इन पर गोलियां बरसा दी.
पाकिस्तानी सेना ने जिन लोगों पर गोलियां चलाई वो अफगानिस्तान के नागरिक हैं. इनका कसूर बस इतना है कि ये लोग अपने वतन लौटना चाहते हैं लेकिन इमरान खान की हुकूमत को ये मंजूर नहीं. मालूम हो कि अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद से ही पाकिस्तान ने सुरक्षा के नाम पर चमन बॉर्डर को बंद कर रखा है. लिहाजा इस अहम व्यापारिक मार्ग पर ना गाड़ियों की आवाजाही हो रही है ना आम लोगों की. नतीजा ये है कि जो लोग एक महीने पहले पाकिस्तान आए थे वो यहीं फंस गए हैं.
तालिबान का हमदर्द बताती है पाकिस्तान सरकार
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की सरकार खुद को तालिबान का हमदर्द बताती है लेकिन इनके सैनिक पश्तूनों पर कैसे जुल्म करती है ये तस्वीरें इसकी मिसाल है. आपको बता दें कि तालिबान पश्तूनों का ही संगठन है. यानी यहां भी पाकिस्तान, दोस्ती के नाम पर दगाबाजी कर रहा है. मालूम हो कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर चमन बॉर्डर क्रॉसिंग के बंद होने से करीब 50,000 छोटे और मध्यम व्यापारियों की नौकरी चली गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक चमन चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष जमालुद्दीन अचकजई ने कहा कि क्रॉसिंग को बंद करने से स्थानीय व्यापारियों को प्रतिदिन 10 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. चमन पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच दो मुख्य सीमा क्रॉसिंगों में से एक है, जिसमें दूसरा क्रॉसिंग उत्तर में तोरखम में मौजूद है.
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