संयुक्त राष्ट्र में इंडियन डिप्लोटमेट भाविका मंगलनंदन की स्पीच सुनकर भड़के पाक एक्सपर्ट, शहबाज शरीफ से पूछा- क्यों चुप बैठे रहे?
पाक एक्सपर्ट कमर चीमा ने कहा कि पाकिस्तान को इंटरनेशनल फोरम पर जवाब देना चाहिए. उसको लेकर जो बातें की जा रही हैं, जो इमेज बनाई जा रही है, उसको सुधारने के लिए पाकिस्तान का जवाब देना जरूरी है.
यूनाटेड नेशंस जनरल असेंबली (United Nations General Assembly) में इंडियन डिप्लोमेट भाविका मंगलनंदन ने पाकिस्तान की जमकर क्लास लगा दी. पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा ने इसे लेकर अपने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्रालय पर नाराजगी जताई है कि उन्होंने भारत के आरोपों का जवाब क्यों नहीं दिया. भाविका ने बड़े ही सख्त लहजे में पाकिस्तान की सरकार, 26/11 अटैक, ओसामा बिन लादेन और 1971 की लड़ाई को लेकर खूब सुनाया, लेकिन पाकिस्तान चुप-चाप बैठा सुनता रहा.
कमर चीमा ने इस पर कहा कि भारत की इन टिप्पणियों का पाकिस्तान को जवाब देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि इंरनेशनल फोरम पर ऐसे आरोपों का जवाब देना जरूरी है, अगर ऐसा नहीं करेंगे तो इमेज ठीक किस तरह करेंगे. उन्होंने कहा कि यूएन में भारत के आरोपों का जवाब न देने की दो वजह हो सकती हैं, या तो पाक डिप्लोमेट का मानना था कि हमारे प्रधानमंत्री को जो कहना था कह दिया, या फिर वे ये सोच रहे थे कि हम इन बातों पर प्रतिक्रिया ही नहीं देंगे, हम भारत को नजरअंदाज करते हैं.
उन्होंने कहा कि भाविका ने कहा कि पाकिस्तान की रेप्युटेशन ठीक नहीं है, वो आतंकवाद करवा रहा है, तो ये चीजें हैं जिनके लिए पाकिस्तान को इंटरनेशनल फोरम पर आकर जवाब देना चाहिए और एक्सप्लेन करना चाहिए. कमर चीमा ने कहा कि पाकिस्तान ने क्यों इस पर बात नहीं की, क्यों नहीं बताया कि हमें क्या-क्या नुकसान हुए हैं, वे सिर्फ गाजा और कश्मीर पर बातें करते रहे.
पाक एक्सपर्ट ने कहा कि इंडियन डिप्लोमेट ने 1971 के नरसंहार के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और ओसामा बिन लादेन को लेकर बहुत कुछ कहा, पाकिस्तान को भी एक-एक करके इन आरोपों का जवाब देना चाहिए था. कमर चीमा ने कहा, 'हमारे फॉरेन ऑफिसर को तुरंत जवाब देना चाहिए था या वहीं पर बैठे किसी डिप्लोमेट को कहना चाहिए था कि वह भारत के आरोपों का जवाब दें.'
कमर चीमा ने आगे कहा कि भारत ने बहुत जगह पर महिला डिप्लोमेट तैनात किए हुए हैं, जिसे वुमन एंपावरमेंट कहते हैं. वह ऐसा करता है. इसी तरह पाकिस्तान को भी करना चाहिए. उन्होंने कहा, 'पहले एक पाकिस्तानी खातून थीं, वह विजुअली इंपेयर्ड थीं, लेकिन उन्होंने कई बार इसी पॉडियम से भारत को जवाब दिया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की स्पोक्सपर्सन भी महिला हैं, लेकिन इस तरह के प्लेटफॉर्म जहां पर ज्यादा ग्लोबल ऑडियंस को देखना हो वहां पर खवातीन और यंग लड़के-लड़कियों को आगे करना चाहिए.'
पाक एक्सपर्ट कमर चीमा ने कहा, 'पाकिस्तान की हुकूमत को विदेश के मामलों को लेकर प्रोएक्टिव होना चाहिए. अगर फॉरेन मिनिस्टर नहीं गए तो उसके लिए सेपरेट टीम होनी चाहिए. इस टीम का 24 घंटे एक ही काम होना चाहिए. वे दुनिया में ट्रेवल कर रहे हों, बोल रहे हों या वो लिख रहे हों, ट्वीट कर रहे हों ताकि पाकिस्तान के बारे में दुनिया के अंदर जो इंप्रेशन हैं, उसके लिए पाकिस्तान रिस्पोंड कर सके ताकि देश की इमेज ठीक हो.' कमर चीमा ने आगे कहा कि इस वक्त पाकिस्तान की जो चुप्पी थी वो ठीक नहीं थी. या तो वो सोचते हैं कि हम इन्हें जवाब ही नहीं देंगे, हम इन्हें इस काबिल ही नहीं समझते, लेकिन ये तो गलत है. जवाब देना तो जरूरी है.
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