Hindu Temple In Pakistan: पाकिस्तान में हिन्दू मंदिरों के साथ तोड़फोड़ के मामले लगातार आ रहे है. शनिवार को कराची में 150 साल पुराने मंदिर में तोड़फोड़ किए जाने के बाद रविवार को एक और हिन्दू मंदिर को निशाना बनाया गया. रविवार को सिंध के काशमोर में आतंकियों ने एक हिंदू मंदिर पर हमला किया. इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने हिन्दू मंदिरों की सुरक्षा बढ़ा दी है.


डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, सिंध के मंदिरों की सुरक्षा के लिए 400 से ज्यादा हिंदू पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. एक पुलिस प्रवक्ता ने सोमवार को एक बयान में कहा कि पुलिस महानिरीक्षक गुलाम नबी मेमन ने सिंध प्रांत के सभी मंदिरों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किये हैं. बयान में कहा गया कि सिंध में मौजूदा मंदिरों की सुरक्षा के लिए दो महीने की अवधि के लिए विभिन्न रेंजों/जिलों के लगभग 400 हिंदू  पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इस दौरान पुलिस प्रमुख ने कहा कि प्रांत में रहने वाले सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करना पुलिस की जिम्मेदारी है.


रविवार को भी हिन्दू मंदिर पर हुआ हमला 


 गौरतलब है कि बीते 48 घंटे के दौरान पाक में दो मंदिरों को हमलावरों ने निशाना बनाया है, जिसपर  पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने भी चिंता जाहिर की है. बता दें कि रविवार को सिंध के काशमोर में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ किया गया है. इस घटना के एक दिन पहले यानी शनिवार को कराची के सोल्जर बाजार में स्थित 150 साल पुराने मरी माता मंदिर को निशाना बनाया गया था.


हिंदुओं के घरों पर भी हमला 


बता दें कि हमलावरों ने रविवार सुबह काशमोर में एक हिंदू मंदिर पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया, जिससे मंदिर को भरे नुकसान हुआ. साथ ही इलाके में दहशत फैल गई. हमलावरों ने मंदिर के आसपास बसे हिंदू समुदाय के घरों पर अंधाधुंध गोलीबारी भी की. 


दो मंदिरों पर हुए हमले


पुलिस के मुताबिक, वारदात को अंजाम देने के बाद संदिग्ध घटनास्थल से भाग गए. जिनकी तलाश जारी है. पुलिस इलाके में तलाशी अभियान चला रही है. एसएसपी सैम्मो ने अनुमान लगाया कि आठ से नौ बंदूकधारी थे, जिन्होंने हमले को अंजाम दिया है. हालांकि अभी भी वे पुलिस की पहुंच से दूर हैं. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों ने जिस मंदिर को निशाना बनाया है वह बागरी समुदाय द्वारा आयोजित धार्मिक सेवाओं के लिए हर साल खुलता है. 


मानवाधिकार आयोग ने जाहिर की चिंता 


 पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने कहा कि वह सिंध के काशमोर और घोटकी जिलों में बिगड़ती कानून व्यवस्था की रिपोर्टों से चिंतित है, जहां महिलाओं और बच्चों सहित हिंदू समुदाय के लगभग 30 सदस्यों को कथित तौर पर बंधक बना लिया गया है. आयोग ने सिंध गृह विभाग से बिना किसी देरी के मामले की जांच करने का आह्वान करते हुए कहा है कि 'हमें परेशान करने वाली रिपोर्टें मिली हैं कि इस गिरोहों ने उच्च श्रेणी के हथियारों का उपयोग करके समुदाय के पूजा स्थलों पर हमला करने की धमकी दी है.'


ये भी पढ़ें: US Presidential Election 2024: डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बाइडेन को बताया बेवकूफ, कहा- 'वो मेरे पीछे पड़े हैं', देखें वीडियो