Pakistan Imran khan: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran khan) के विश्वासपात्र रह चुके अवान चौधरी ने उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को भंग करने के अनुरोध को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है. चौधरी ने इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में नौ मई को देश के कई हिस्सों में हुई अभूतपूर्व हिंसा में पूर्व प्रधानमंत्री की कथित संलिप्तता का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है.


अवान चौधरी अब नव-गठित इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी (IPP) का हिस्सा हैं. उन्होंने शीर्ष अदालत में गुरुवार (6 जुलाई) को दायर संवैधानिक याचिका में पीटीआई प्रमुख इमरान खान और पार्टी अध्यक्ष परवेज इलाही को प्रतिवादी नामित किया है.


PTI ने संविधान का उल्लंघन किया
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक इस याचिका में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के अलावा कानून और आंतरिक मामलों के मंत्री सहित कई अन्य लोगों को भी प्रतिवादी बनाया गया है. चौधरी ने दलील दी है कि PTI प्रमुख सरकारी संस्थानों, न्यायपालिका और सैन्य और नागरिक प्रतिष्ठानों पर हमलों में शामिल थे और उन्होंने न केवल बुनियादी मानवाधिकारों, बल्कि संविधान का भी उल्लंघन किया.


IPP नेता ने अपनी याचिका में कहा, “पीटीआई, उसके प्रमुख और पदाधिकारियों के कृत्य, न्यायपालिका के खिलाफ उनके नफरत भरे भाषण और रक्षा प्रतिष्ठानों एवं सार्वजनिक संपत्तियों में आगजनी और लूटपाट की घटनाएं असंवैधानिक हैं.”


PTI समर्थकों ने सरकारी संस्थानों के खिलाफ साजिश रची
नौ मई की घटनाओं का जिक्र करते हुए चौधरी ने कहा कि PTI समर्थकों ने सरकारी संस्थानों के खिलाफ साजिश रची, लाहौर में कोर कमांडर के आवास को आग के हवाले किया और सार्वजनिक संपत्ति में लूटपाट को अंजाम दिया.उन्होंने आरोप लगाया कि PTI प्रमुख और उनकी पार्टी ने सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमला करके और देश तथा उसके संस्थानों की अखंडता एवं गरिमा के खिलाफ नफरत भरे भाषण देकर समाज के ताने-बाने को नष्ट किया.


चौधरी ने यह भी कहा कि लोकतंत्र की अवधारणा और सरकार के संसदीय स्वरूप को चुनाव अधिनियम में शामिल किया गया है, लेकिन PTI ने उस अवधारणा और अधिनियम का गंभीर उल्लंघन किया.


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