Pakistan-Bangladesh Relations: पाकिस्तान और बांग्लादेश ने मंगलवार को अपने मजबूत रक्षा संबंधों के महत्व को रेखांकित किया और सैन्य संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के तरीके तलाशने को लेकर सहमति जताई. बांग्लादेश के सशस्त्र बल प्रभाग के ‘प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर’ (PSO) लेफ्टिनेंट जनरल एस. एम. कमर-उल-हसन की पाकिस्तान यात्रा के दौरान यह सहमति बनी.
उन्होंने रावलपिंडी में जनरल हेडक्वार्टर (GHQ) में सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. सेना के अनुसार बैठक में दोनों ने क्षेत्र की सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर व्यापक चर्चा की और 'द्विपक्षीय सैन्य सहयोग बढ़ाने के रास्तों' पर विचार-विमर्श किया. सेना ने कहा कि दोनों ने 'मजबूत रक्षा संबंध' के महत्व को रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के बीच स्थायी साझेदारी “बाहरी प्रभावों के खिलाफ असरदार” होनी चाहिए.
रक्षा संबंधों की अहमियत
बैठक के दौरान दोनों देशों ने 'मजबूत रक्षा संबंधों' के महत्व पर जोर दिया किया. इस सहमति से संकेत मिलता है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश अपनी सुरक्षा साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार हैं, जो क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है.
सैन्य सहयोग बढ़ाने के उपाय
बैठक में द्विपक्षीय सैन्य सहयोग बढ़ाने के विभिन्न रास्तों पर विचार-विमर्श किया गया. यह स्पष्ट है कि दोनों देश अपने रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए व्यावहारिक कदम उठाने पर सहमत हुए हैं. यह सहयोग दोनों देशों की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में मदद करेगा.
शहबाज शरीफ और मोहम्मद यूनुस की मुलाकात
अगस्त में छात्र नेतृत्व वाले आंदोलन के बाद शेख हसीना की सरकार को गिराने के बाद मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. इसके बाद से ढाका और इस्लामाबाद की दोस्ती में गहराई नजर आ रही है. इस बीच दिसंबर में काहिरा में एक सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और यूनुस ने आपसी हित के सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने पर सहमति जताई थी.
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