पाकिस्तान आम चुनाव: आर्मी हेडक्वार्टर के बाहर लगा ISI मुर्दाबाद का नारा
मीडिया एजेंसी एएनआई के मुतबाकि रविवार को नवाज शरीफ की पार्टी के समर्थक रावलपिंडी में इकठ्ठा हुए और 'ISI मुर्दाबाद' के साथ 'ये जो दहशतगर्दी है उसके पीछे वर्दी' जैसे नारा लगाए.
रावलपिंडी: इन दिनों पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में राजनीतिक महौल गर्म है. यहां 25 जुलाई को आम चुनाव के लिए वोट डाला जाना है. इससे पहले रावलपिंडी स्थित आर्मी हेडक्वार्टर के बाहर आईएसआई मुर्दाबाद का नारा लगा. नारा लगाने वाले लोग पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल (एन) के समर्थक बताए जा रहे हैं. मीडिया एजेंसी एएनआई के मुतबाकि रविवार को नवाज शरीफ के समर्थक रावलपिंडी में इकठ्ठा हुए और 'ISI मुर्दाबाद' के साथ 'ये जो दहशतगर्दी है उसके पीछे वर्दी' जैसे नारा लगाए.
समर्थकों ने आरोप लगाया कि 25 जुलाई को होना आम चुनाव देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई धांधली करके पहले ही फिक्स कर दिया है. पीएमएल (एन) ने 21 जुलाई को एफेड्रिन तस्करी मामले में नारकोटिक्स सबस्टेंस (सीएनएस) के कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें पार्टी के नेता हनीफ अब्बासी को जीवन कारावास की सजा सुनाई गई है.
पीएमएल (एन) ने कहा कि यह विरोध पर्दशन नारकोटिक्स सबस्टेंस (सीएनएस) कोर्ट के उस फैसले के विरोध में है जिसमें पार्टी के नेता हनीफ अब्बासी को जीवन कारावास की सजा दी गई है. वहीं रावलपिंडी में आर्मी हेडक्वार्टर के बाहर समर्थकों ने जमकर आईएसआई की आलोचना की.
Public chanting slogans "death to ISI" openly in the streets of #Pakistan. Unprecedented outpour of frustration, hatred & dissent against #PakistanArmy & its spy agency #ISI in the history of this country. @StateDept @statedeptspox@POTUS @washingtonpost @JudgeTedPoe pic.twitter.com/41SZLb8Zlb
— Zaffar Baloch (@ZaffarBaloch) July 22, 2018
बलूच नेशनल मूवमेंट के अध्यक्ष जाफर बलोच ने कि विरोध पर्दशन का समर्थन
बलूच नेशनल मूवमेंट के अध्यक्ष जाफर बलोच ने इस विरोध पर्दशन का समर्थन करते हुए ट्वीट किया, 'जनता पाकिस्तान की सड़कों पर खुलेआम आईएसआई के खिलाफ नारे बुलंद कर रहीहै. इस देश में पाकिस्तानी सेना और इसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के खिलाफ गुस्सा उबल रहा है'.
न्यायतंत्र और मीडिया पर आईएसआई बना रही है दबाव
इस दरमियान 14 जुलाई को इस्लामा बाद हाई कोर्ट के जेज जस्टिस शौकत सिद्दीकी भी न्यायतंत्र और मीडिया को कंट्रोल करने के आरोप में खुफिया एजेंसी आईएसआई पर जमकर बरसे थे. सिद्दीकी ने रावलपिंडी एसोसिएशन में बोलते हुए कहा था कि आईएसआई पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भ्रष्टाचार मामले से लेकर कई दूसरे मामलों में कोर्ट और जजों पर अपने फेवर में फैसला देने का दबाव बना रहे हैं.
इमारन खान को सत्ता तक पहुंचाने में मदद कर रही है आईएसआई -अंतरराष्ट्रीय समुदाय
गौर करने वाली बात ये है कि पाकिस्तन के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरिम को मष्टाचार के एक मामले में दस साल की जेल की सजा सुनाई जा चुकी है. इस बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस बात की उम्मीद जताई है कि आईएसआई कथित रूप से क्रिकेटर से राजनेता बने तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमारन खान को सत्ता तक पहुंचाने के लिए उनका रास्ता आसान बना रही है.