Pakistani Army Chief Asim Munir : पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर तालिबान के मुद्दे पर नरम पड़ते हुए दिख रहे हैं. उन्होंने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी विवाद और तनाव के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पर ठिकरा फोड़ा है. उन्होंने कहा कि दोनों के बीच विवाद टीटीपी के अफगानिस्तानी क्षेत्र में मौजूदगी और उसके सीमा पार किए गए हमलों के कारण है.
खैबर पख्तूनख्वा के दौरे पर बोले सेना प्रमुख
सरकारी प्रसारक पीटीवी न्यूज के हवाले से पाकिस्तान के डॉन अखबार ने बताया कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने सोमवार (13 जनवरी) को पेशावर के खैबर पख्तूनख्वा का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर समेत विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ मुलाकात के दौरान ये बातें कहीं. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व ने सैन्य अधिकारियों से देश की आंतरिक सुरक्षा समस्याओं के समाधान के लिए अफगानिस्तान के साथ वार्ता करने को कहा है.”
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच रिश्ते तनावपूर्ण
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर लगातार झड़प और हमलों के कारण दोनों के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं. पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान से यह मांग करता है कि टीटीपी पाकिस्तान में हमला करने के लिए अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल कर रहा है, इसलिए अफगानिस्तान उसके खिलाफ कार्रवाई करे. वहीं, अफगानिस्तान ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है.
दोनों देशों के बीच सीमा पर हिंसक झड़प
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकु विमानों ने अफगानिस्तान के पूर्वी पाक्तिका प्रांत में कथित टीटीपी शिविरों में बमबारी की थी. इसके बाद दोनों देशों के बीच गोलीबारी भी हुई. झड़प के दौरान अफगानिस्तान के कम से कम 8 लोग मारे गए और 13 लोग घायल हो गए. वहीं, फ्रंटियरर कोर का एक सैनिक मारा गया और 11 अन्य घायल हो गए. हालांकि यह झड़प आंतकवादियों के अफगानिस्तान की ओर से पाकिस्तान में घुसपैठ करने की नाकाम कोशिश के बाद शुरू हुई थी.
‘अफगानिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहता है पाकिस्तान’- सेना प्रमुख
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक में सेना प्रमुख ने कहा, “अफगानिस्तान एक भाईचारा वाला पड़ोसी इस्लामी देश है, जिसके साथ पाकिस्तान हमेशा बेहतर संबंध चाहता है.” उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान का एकमात्र मतभेद वहां मौजूद फितना अल-ख्वारिज की मौजूदगी है और सीमा पार से पाकिस्तान में आतंकवाद का प्रसार है.”