इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने भारत के साथ तनाव कम करने के लिए अमेरिका से मदद मांगी. उसने कहा है कि अफगानिस्तान के साथ लगने वाली पश्चिमी सीमा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वह पूर्वी सीमा पर शांति चाहता है. विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ से हुई बातचीत के बारे में कहा, “अगर हम पश्चिमी पक्ष की ओर देखते हैं तो हम पूर्वी सीमा पर शांति चाहते हैं.”


उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघनों के कारण लोगों को परेशानी होती है. कुरैशी ने कहा कि यह “जरूरी है कि हमे इस पर गौर करना चाहिए और इस पर विचार करना चाहिए कि हम किस प्रकार (पूर्वी सीमा पर) सुधार कर सकते हैं.” उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसियों के साथ अमन चाहता है और कभी बातचीत से पीछे नहीं हटा है लेकिन ताली बजाने के लिए दो हाथों की जरूरत होती है.


आपको बता दें कि उरी में पाकिस्तानी आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत बंद है. भारत ने इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक किया था जिसकी वजह से पाकिस्तान सरकार को अपने लोगों के बीच काफी किरकिरी झेलनी पड़ी थी. इसी के बाद से भारत ने बातचीत को लेकर अपना स्टैंड साफ कर दिया है और कहा है कि आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते.


हालांकि, भारत-पाक के बीच वापस से टीयर- 2 के स्तर की बातचीत पटरी पर लौट रही है. लेकिन इसे गुपचुप तरीके से किया जा रहा है. वहीं, ख़बर ये भी है कि पाकिस्तानी सेना ने भारत की ओर बातचीत और शांति के लिए अग्राह से भरा हाथ बढ़ाया है.


एटम बम से लैस दोनों मुल्कों ने अब तक चार जंगे लड़ी हैं जिसके केंद्र में कश्मीर समेत अन्य मुद्द रहे हैं लेकिन इन जंगों से कुछ हासिल नहीं हुआ और बातचीत ही दोनों देशों के बीच के मसलों का हल नज़र आती है. लेकिन इसमें सबसे बड़ा रोड़ पाकिस्तानी आतंकी हैं जो हमेशा बातचीत को पटरी से उतार देते हैं.


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