Pakistan Terrorist Attack: पाकिस्तान के आदिवासी इलाकों में 100 फीसदी बढ़े आतंकी हमले, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
Pakistan: रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादी समूहों के खिलाफ अपने अभियान को बखूबी अंजाम दिया है. उन्होंने कम से कम 41 आतंकवादियों को मार गिराया और 40 को गिरफ्तार किया है.
Pakistan Terrorist Attack Report: पाकिस्तान (Pakistan) इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (PICSS) ने एक रिपोर्ट जारी की है. उन्होंने रिपोर्ट में इस साल अप्रैल के महीने में आतंकी घटनाओं के बारे में जिक्र किया है. रिपोर्ट के अनुसार आतंकी घटनाओं की संख्या में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है. पिछले महीने अप्रैल में 48 आतंकवादी हमले हुए, जिनमें 68 मौतें हुईं और 55 घायल हुए
पाकिस्तान में मार्च के महीने में 39 आतंकवादी हमले हुए जिनमें 58 मौतें हुईं और 73 घायल हुए. इस दौरान आतंकवादी हमलों में 23 फीसदी की वृद्धि हुई. इनमें 17 फीसदी मौतें शामिल है और घायल लोगों की संख्या में 25 फीसदी की कमी आई है. पाकिस्तान में हुए आतंकवादी हमले में पुलिस बलों की मौतों में 35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
सुरक्षा बलों ने आतंकवादी समूहों के खिलाफ किए ऑपरेशन
हालांकि, रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादी समूहों के खिलाफ अपने अभियान को बखूबी अंजाम दिया है. इस दौरान उन्होंने कम से कम 41 आतंकवादियों को मार गिराया और 40 को गिरफ्तार किया है. पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने अपनी कोशिशों को मुख्य रूप से खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत पर केंद्रित किया. उन्होंने यहां 30 आतंकवादियों को मार गिराया और 14 को गिरफ्तार किया.
इस महीने के दौरान रिपोर्ट किए गए कुल आतंकवादी हमलों में 49 फीसदी मामले खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत के दर्ज किए गए है. इस दौरान उग्रवादियों ने 33 हमले किए जिनमें 23 सुरक्षा बलों के जवानों, 17 उग्रवादियों और पांच नागरिकों सहित 45 लोगों की मौत हुई है.
1400 संदिग्ध उग्रवादियों को गिरफ्तार किया
खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत के अंदर वाले इलाके में 19 आतंकवादी हमलों की सूचना मिली थी, जबकि केपी (पूर्व फाटा) के आदिवासी जिलों में 14 आतंकवादी हमलों के मामले दर्ज किए गए थे. सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये रही कि आदिवासी जिलों में आतंकवादी हमलों में 100 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज PICSS ने मार्च में आदिवासी जिलों में आतंकवादी हमले से जुड़े सात मामले दर्ज किए थे.
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक के अनुसार, सुरक्षा बलों ने प्रतिदिन लगभग 70 खुफिया-आधारित अभियान चलाए. साल के पहले चार महीनों के दौरान, उन्होंने लगभग 1400 संदिग्ध उग्रवादियों को गिरफ्तार किया और 188 से अधिक को मार डाला.