विदेश नीति के सामने पाकिस्तान बेबस, भारत की तारीफ कर इमरान खान ने कहा- 'मैं हिंदुस्तान को दाद देता हूं...'
पाकिस्तान की इमरान सरकार के गिरना लगभग तय माना जा रहा है. अपनी विदेश नीति में फंसे पाकिस्तान ने भारत की जमकर तारीफ की है.
इमरान खान अपनी सरकार बचाने के लिए अमेरिका विरोध का हथकंडा अपना रहे हैं. जिसमें उनका साथ चीन भी दे रहा है. हालांकि इमरान भारत की तारीफ कर एक नया पैंतरा आजमाने की कोशिश कर रहे हैं. अब सवाल ये है कि आखिर पाकिस्तान के सियासी संकट में विदेशियों की एंट्री का रास्ता क्यों खोला गया है?
सवाल और भी कई पैदा होते हैं... जैसे, क्यों भारत की बार-बार तारीफ कर रहे हैं इमरान खान? जंग के बीच क्यों रूस पहुंच गए थे इमरान? आजादी के बाद से विदेश नीति के रास्ते पर लगातार गलतियां कर रहा पाकिस्तान आज पूरी तरह अपने ही जाल में उलझ चुका है. इमरान सरकार चंद घंटों की मेहमान मानी जा रही है और अपनी सरकार को बचाने के लिए एक बार फिर पार्टी को चीन की याद आ रही है.
मैं हिंदुस्तान को दाद देता हूं... - इमरान खान
दरअसल, विदेशी कूटनीति में फेल रहे इमरान अब अपने पुराने दोस्त अमेरिका पर भी गुस्सा जाहिर करते दिखे हैं. इसी के साथ इमरान ने भारत की तारीफ भी की है. बीते दिन इमरान ने कहा, 'मैं हिंदुस्तान को दाद देता हूं, उनकी विदेश नीति स्वतंत्र रही है और केवल अपने लोगों के लिए रही है. वो अपनी विदेश नीति की रक्षा करने बेहद अच्छे से जानते हैं.' बता दें, ये दूसरी बार है जो इमरान ने भारत की तारीफ की है.
अपनी विदेश नीति के जाल में उलझ चुका पाकिस्तान पूरी तरह असमंजस होते दिख रहा है. वहीं चीन की एंट्री से भी खेल और बदल गया है. अब सवाल ये भी खड़ा हो रहा है कि क्या इमरान अमेरिका के खिलाफ चीन का हथियार बन गए हैं? सवाल इसलिए क्योंकि जब इमरान खान ने अमेरिका पर अपनी सरकार गिराने का आरोप लगाया तो चीन ने बयान जारी कर इमरान को सपोर्ट कर दिया जिससे अमेरिका हद से ज्यादा चिढ़ गया.
अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी
चीन के करीब जा चुके पाकिस्तान से अमेरिका चिढ़ा रहता है लिहाजा अब वो एक और प्रोपगंडा का इस्तेमाल कर रहा है. भारत-पाक सीमा पर तनाव की आशंका जाहिर कर अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए ये एक ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी की है. इसमें अमेरिकी नागरिकों को भारत-पाक सीमा के 10 किमी दायरे से दूर रहने के लिए कहा गया है. इसके पीछे भारत-पाक के बीच सैनिक टकराव की आशंका जताई गई है.
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