जिगरी यार को ही धमका रहा पाकिस्तान! चीन को कही दी ऐसी बात, जिसे सुन भड़क गया ड्रैगन, जानें क्या है पूरा मामला?
चीन ग्वादर पर नौसैनिक अड्डा बना रही है. इसके लिए उसने CPEC के नाम पर अरबों डॉलर का निवेश किया है. वहीं, पाकिस्तानी सेना ने चीन की इस मजबूरी का फायदा उठाने के लिए उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया है.
Pakistan-China Relations: पाकिस्तान की सेना ने अपने सदाबहार दोस्त चीन को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया है. पाकिस्तानी सेना ने चीन से कहा है कि अगर वह ग्वादर बंदरगाह पर कब्जा करना चाहता है तो उसे उसे सेकेंड-स्ट्राइक परमाणु क्षमता प्रदान करनी होगी. इस मांग से चीन भड़क गया है क्योंकि दोनों देशों के बीच इस बंदरगाह को लेकर बातचीत बंद हो गई है. अगर पाकिस्तानी सेना के पास यह क्षमता होती तो वह अपनी परमाणु शक्ति कई गुना बढ़ा लेता और इससे भारत की सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो जाता.
चीन की सेना ग्वादर को नौसैनिक अड्डा बना रही है और इसके लिए उसने CPEC के नाम पर अरबों डॉलर का निवेश किया है. वहीं, पाकिस्तानी सेना ने चीन की इस मजबूरी का फायदा उठाने के लिए उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान का दावा है कि उसके पास सेकेंड-स्ट्राइक परमाणु क्षमता है, लेकिन उसके अपने विशेषज्ञ इस बात से सहमत नहीं हैं. इसी वजह से अब उन्होंने चीन को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया है.
पाकिस्तान का चीनी सेना को आश्वासन दिया
डोप साइट न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने पहले निजी तौर पर चीनी सेना को आश्वासन दिया था कि वह अपना ग्वादर बंदरगाह उसे सौंप देगी. अब पाकिस्तानी सेना न केवल सेकेंड-स्ट्राइक परमाणु क्षमता लॉन्च करने की तकनीक और जानकारी मांग रही है, बल्कि चीन से मोटी रकम भी मांग रही है. दरअसल, पाकिस्तानी सेना भारत की बढ़ती परमाणु शक्ति से घबराई हुई है और विश्वसनीय जवाबी परमाणु हमला करने की ताकत हासिल करना चाहती है.
बाबर-3 मिसाइल का परीक्षण
साल 2018 में पाकिस्तान ने पनडुब्बी से दागी जा सकने वाली बाबर-3 मिसाइल का परीक्षण किया था. इस पर पाकिस्तानी नौसेना के पूर्व वाइस एडमिरल (रिटायर) अहमद सईद का कहना है कि इस परीक्षण के बाद पाकिस्तानी सेना के पास पनडुब्बी से परमाणु बम लॉन्च करने की ताकत आ गई है, लेकिन इस्लामाबाद की यह क्षमता पाकिस्तान की तुलना में बहुत सीमित है. अहमद सईद ने कहा कि यह हाइब्रिड पनडुब्बियों का युग है. पाकिस्तानी नौसेना चीन से 8 हैंगर श्रेणी की पनडुब्बियां खरीद रही है, जो एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) से लैस हैं, जिससे अब पाकिस्तानी नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा कि अंतिम आदर्श समाधान पारंपरिक और परमाणु पनडुब्बियों का मिश्रण है.