Pakistan Blast: पेशावर में आत्मघाती धमाके में 46 की मौत - जानें मस्जिद में कितने लोग थे मौजूद और कैसा है ये इलाका
Blast in Mosque: पेशावर (Peshawar) के पुलिस लाइंस इलाके में स्थित मस्जिद (Mosque) की इमारत शहर के बेहद ही किलेबंद क्षेत्र में स्थित है. धमाके के वक्त मस्जिद में नमाज अदा की जा रही थी.
Blast in Pakistan Mosque: पाकिस्तान के पेशावर में स्थित एक मस्जिद में जोरदार बम धमाके में 46 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 150 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं. कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. मृतकों का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है. एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि सोमवार (30 जनवरी) को पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर (Peshawar) में एक मस्जिद के अंदर हुए विस्फोट में कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई. पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान यानी TTP ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है.
मस्जिद में विस्फोट (Blast in Mosque) के बाद पुलिस, सेना और बम डिस्पोजल स्क्वॉड के कर्मी मस्जिद के अंदर मौजूद थे. राहत और बचाव का काम जारी है. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. विस्फोट में मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से ढह गया है.
मस्जिद में कितने लोग थे मौजूद?
पाकिस्तान के जिस मस्जिद में विस्फोट हुआ है, वो उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर में स्थित है. पेशावर के पुलिस लाइंस इलाके में ये मस्जिद काफी बड़ी है. नमाज के दौरान इस मस्जिद में काफी भीड़ रहती है. बताया जा रहा है कि जब ये धमाका हुआ तब मस्जिद में नमाज का वक्त था. एक पुलिस अधिकारी सिकंदर खान ने बताया कि विस्फोट के दौरान मस्जिद के अंदर कम से कम 260 लोग मौजूद थे. बताया जा रहा है कि आत्मघाती हमलावर का निशाना मस्जिद और पुलिस लाइन दोनों ही थे.
कैसा है मस्जिद का इलाका?
पेशावर के पुलिस लाइंस इलाके में स्थित मस्जिद की इमारत शहर के बेहद ही किलेबंद क्षेत्र में स्थित है. ये इलाका पुलिस लाइन में आता है, इसलिए काफी संख्या में पुलिसवाले भी वहां मौजूद थे. जियो न्यूज रिपोर्ट के अनुसार यह विस्फोट दोपहर करीब 1:40 बजे हुआ, जब मस्जिद में जोहर की नमाज अदा की जा रही थी. पेशावर के पुलिस प्रमुख इजाज खान ने बताया कि मस्जिद एक परिसर के अंदर स्थित थी, जिसमें प्रांतीय पुलिस बल का मुख्यालय और आतंकवाद निरोधी विभाग शामिल है.
पिछले साल भी हुआ था धमाका
इसी तरह की आखिरी बड़ी घटना पिछले साल पेशावर में हुई थी, जब कोचा रिसालदार (Kocha Risaldar) इलाके में एक शिया मस्जिद (Shia Mosque) के अंदर एक आत्मघाती विस्फोट में 63 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 190 से अधिक लोग जख्मी हुए थे. उस वक्त इस्लामिक स्टेट आतंकी ग्रपु की खुरासान यूनिट (IS-K) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी.
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