पेशावर/कराची: पाकिस्तान की दो चुनावी रैलियों को निशाना बनाकर किये गये शक्तिशाली बम विस्फोटों में एक शीर्ष राष्ट्रवादी नेता समेत कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई और 180 से अधिक लोग घायल हो गये हैं. आतंकवादियों ने बलूचिस्तान प्रांत के मासतुंग क्षेत्र में बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) के नेता सिराज रायसानी को निशाना बनाया. ‘डान’ समाचार पत्र ने बलूचिस्तान के कार्यवाहक स्वास्थ्य मंत्री फैज काकर के हवाले से बताया कि विस्फोट में बीएपी नेता रायसानी समेत कम से कम 85 लोगों की मौत हो गई.


काकर ने कहा, ‘‘शुरूआत में मृतकों की संख्या अधिक नहीं थी लेकिन रायसानी समेत गंभीर रूप से घायल लोगों की अस्पताल में मौत हो गई.’’ उन्होंने बताया कि मृतकों की संख्या और भी बढ़ने की आशंका है क्योंकि विस्फोट में 120 अन्य घायल हुए है. बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है यह एक आत्मघाती हमला था. उन्होंने बताया कि हमले में लगभग 16-20 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया.


इस घटना के बाद क्वेटा के अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई. जिला पुलिस अधिकारी मुहम्मद अयूब अचकजई ने बताया कि घायल रायसानी की क्वेटा ले जाने के दौरान मौत हो गयी. वह बलूचिस्तान के पूर्व मुख्यमंत्री नवाब असलम रायसानी के भाई थे.


इस घटना से कुछ ही घंटों पहले खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू इलाके में मुत्ताहिदा मजलिस अमाल नेता अकरम खान दुर्रानी की रैली में विस्फोट हुआ. पुलिस के अनुसार इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई जबकि 37 अन्य घायल हो गए. इस हमले में दुर्रानी बाल बाल बच गए लेकिन उनका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया.


दुर्रानी 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ मैदान में हैं. उन्होंने कहा कि धमकियों के बाद भी वह चुनाव प्रचार जारी रखेंगे. इन दोनों हमलों की अब तक किसी भी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है.


चुनाव के पहले अचानक ही कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गयी है. हालांकि सरकार और सुरक्षा बलों का दावा है कि आतंकवाद का देश से सफाया हो गया है. राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री नसीरूल मुल्क ने इन हमलों की निंदा की है.