Pakistan China Friendship: पाकिस्तान-चीन में हुआ 'परमाणु-समझौता', PM शहबाज ने दे दिया बड़ा बयान
वैश्विक मंचों पर भारत से शत्रुता रखने वाले China और Pakistan में अरबों डॉलर की डील साइन की गई है. इससे पाकिस्तानी हुक्मरान फूले नहीं समा रहे. वहां के PM ने अपनी दोस्ती को हिमालय से भी बढ़कर बताया.
Pakistan China Nuclear Energy Deal: परमाणु हथियारों से लैस भारत के दो पड़ोसी मुल्कों चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच एक परमाणु-समझौता हुआ है. यह समझौता है- 1200 मेगावाट की चश्मा-5 (C-5) परमाणु ऊर्जा परियोजना का, जिसकी लागत 3.48 अरब डॉलर बताई जा रही है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की मौजूदगी में इस परियोजना के समझौते पर चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन ओवरसीज लिमिटेड (CNOS) के अध्यक्ष और पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग (PAEC) के सदस्य पावर मुहम्मद सईद उर रहमान ने साइन किए.
पाकिस्तान के जियो न्यूज के मुताबिक, इस दौरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि यह परमाणु ऊर्जा परियोजना दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि मुल्क पर व्याप्त आर्थिक संकट के बीच इस परियोजना में चीन से 3.48 अरब डॉलर के निवेश ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि पाकिस्तान एक ऐसी जगह है, जहां चीनी कंपनियों और निवेशकों का प्रदर्शन जारी है. रिपोर्ट के अनुसार, इस परियोजना को लेकर दोनों देशों में 2017-18 में बात हुई थी, बाद में ये ठंडे बस्ते में चली गई थी. अब चीनी सरकार ने पाक को लगभग 30 अरब रुपये की छूट भी दी है.
चीन से गाढ़ी दोस्ती की डींग हांकते हुए शहबाज शरीफ ने कहा, ''यह समझौता दर्शाता है कि हमारी दोस्ती हिमालय से ऊंची है, गहरे समुद्र से भी गहरी है, चीनी और शहद से ज्यादा मीठी है, लोहे और स्टील से भी मजबूत है.'' इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तान और चीन को 'आयरन ब्रदर्स' कहकर संबोधित किया था. अब चीनी और पाकिस्तानी लोग सोशल मीडिया पर अक्सर, पाकिस्तान-चीन की दोस्ती को हिमालय से भी ऊंची या अडि़ग बताते हैं.
दोनों देशों के बीच कराची में भी एक के-3 परमाणु परियोजना की डील हुई थी, जिसका हाल में ही उद्घाटन किया गया. वहीं, 20 जून मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ चश्मा-5 (सी-5) परमाणु ऊर्जा परियोजना के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर के साक्षी बने हैं.