PTI Rally In Islamabad: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पुलिस और पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थकों के बीच झड़प हो गई. दरअसल, पीटीआई पार्टी ने रविवार (8 सितंबर) को इमरान खान की रिहाई के लिए समर्थन जुटाने के लिए रैली कर रही थी. जो पिछले अगस्त 2023 से जेल में बंद है. फिलहाल, रैली खत्म होगई है.


पाकिस्तान की न्यूज वेबसाइट 'डॉन' के मुताबिक, पीटीआई नेताओं ने रविवार (8 सितंबर) को इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में रैली निकाली थी. जिसमें पार्टी के नेताओं ने अपने संस्थापक इमरान खान की “तत्काल रिहाई” की मांग की. इसके साथ ही पार्टी को हाशिए पर डालने के लिए पाकिस्तान सरकार की आलोचना की. इश दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. ऐसे में पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी.


इस्लामाबाद में PTI समर्थक और पुलिस के बीच झड़प से जुडे 10 फैक्ट 



  1. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, रैली के अंत में, पीटीआई समर्थकों की पुलिस से झड़प हो गई.क्योंकि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश की. पुलिस के अनुसार, लोकल प्रशासन ने रैली के लिए एक समय सीमा तय की थी, लेकिन जब समय सीमा पार हो गई तो पुलिस को समर्थकों को तितर-बितर करने का प्रयास करना पड़ा, जिसके कारण झड़पें हुईं और अंततः आंसू गैस के गोले दागे गए.

  2. पुलिस ने कहा कि समय सीमा पार करके, रैली आयोजकों ने पार्टी को जारी एनओसी में दिए नियमों का उल्लंघन किया है. इसलिए, इस्लामाबाद डीसी ने पुलिस को उपस्थित लोगों को तितर-बितर करने का आदेश दिया, पुलिस और प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

  3. 8 सितंबर की अधिसूचना के अनुसार, पीटीआई रैली की तय कार्यक्रम का समय शाम 4 बजे से शाम 7 बजे तक था. अधिसूचना में कहा गया है कि रैली आयोजकों को शाम 6 बजे समय के बारे में सूचित किया गया था. पीटीआई पार्टी रविवार (8 सितंबर) को इमरान की रिहाई के लिए समर्थन जुटाने के लिए रैली कर रही थी, जो पिछले अगस्त से जेल में बंद है. इद्दत मामले में उसकी सजा के खिलाफ जिला और सत्र न्यायालय द्वारा अपील स्वीकार किए जाने के बाद इमरान के जेल से रिहा होने की उम्मीद थी.

  4. जिला प्रशासन ने इस हफ्ते की शुरुआत में इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में सार्वजनिक सभा के लिए एनओसी जारी की थी. इस शर्त के साथ कि “सुरक्षा स्थिति” के मामले में अनुमति किसी भी समय रद्द की जा सकती है. चूंकि, ये रैली स्थल संगजानी के पास पासवाल रोड पर स्थित 350 कनाल का कैंपस है. जोकि, पाकिस्तानी सेना के कंट्रोल में है.

  5. पीटीआई नेताओं का कहना है कि, जब पार्टी रैली के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही थी, तो पुलिस ने राजनीतिक सभा के मद्देनजर 'मध्यम स्तर' के आतंकवादी खतरे की खुफिया रिपोर्टों के बीच शहर के लगभग सभी प्रवेश मार्गों को बंद कर दिया था.

  6. पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच चोंगी नंबर 26 चोंगी में झड़प हुई, जहां कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर जवाबी कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों पर पत्थरबाजी की. पुलिस के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सेफ सिटी शोएब खान सहित कई पुलिसकर्मी इस झड़प में घायल हो गए हैं.

  7. इस बीच, रैली क्षेत्र से पार्टी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की ओर से आंसू गैस की गोलाबारी करती रही. इस मामले को लेकर गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने झड़पों का संज्ञान लिया. इसके साथ ही इस्लामाबाद पुलिस महानिरीक्षक से रिपोर्ट मांगी है.

  8. ये रैली पहले जुलाई और बाद में अगस्त में आयोजित होने वाली थी, लेकिन सुरक्षा जोखिम और अशांति की आशंका का हवाला देते हुए अधिकारियों द्वारा अनुमति रद्द कर दिए जाने के बाद इसे दो बार स्थगित कर दिया गया था.


  9. पिछले कई महीनों से पीटीआई राजधानी में एक सार्वजनिक बैठक के लिए मंजूरी लेने की कोशिश कर रही थी. लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी. जब जिला प्रशासन से कोई जवाब नहीं आया तो, मार्च (2024) में पार्टी ने परमिशन के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.




  10.  


    जुलाई में पीटीआई ने विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी. लेकिन जिला प्रशासन द्वारा पार्टी को विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दिए जाने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था. बैठक 22 अगस्त के लिए दोबारा तय की गई थी. मगर, जिला प्रशासन ने आखिरी समय में एनओसी रद्द कर दी और 8 सितंबर की नई तारीख दे दी.




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