पाकिस्तान: नहीं थम रहा 'विदेशी साजिश' वाली चिट्ठी का विवाद, मरियम ने विदेश मंत्रालय पर लगाया मिलीभगत का आरोप, कुरैशी ने किया खंडन
मंगलवार को पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के धमकी वाले पत्र (Threat Letter) को लेकर पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने बड़ा दावा किया था.
पूर्व विदेश मंत्री और पीटीआई के वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों का खंडन किया, जिन्होंने कहा था कि विदेश मंत्रालय एक "फर्जी पत्र" विवाद में शामिल था. उन्होंने इस पत्र की न्यायिक जांच की मांग की है.
मरियम उस "धमकी" पत्र का जिक्र कर रही थीं, जिसका प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया था कि उन्हें एक विदेशी राजनयिक द्वारा भेजा गया था. दरअसल प्रधानमंत्री ने इस्लामाबाद में एक रैली के दौरान उस पत्र को लहराते हुए कहा था कि अमेरिका उन्हें सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहा है और विपक्ष के साथ साजिश की है. उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव उसी विवाद का हिस्सा था.
पूर्व योजना और विकास मंत्री असद उमर के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि वह स्पष्ट रूप से आरोपों से इनकार करते हैं कि पत्र विदेश कार्यालय में बनाया गया था.
मरियम नवाज ने किया था बड़ा दावा
दरअसल मंगलवार को पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के धमकी वाले पत्र (Threat Letter) को लेकर पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने बड़ा दावा किया था. मरियम ने कहा था कि जिस लेटर की आर में पाकिस्तानी पीएम विदेशी साजिश का आरोप लगा रही थी दरअसल उसे विदेश मंत्रालय के स्टाफ ने ही तैयार किया था. जिसका मतलब है कि इमरान खान ने खुद अपने स्टाफ से पत्र लिखवाया, ताकि आवाम को 'साजिश' की बात कहकर गुमराह किया जा सके.
कुरैशी ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान के पीएम के रूस दौरे पर जो सवाल उठाए थे वह मुनासिब नहीं था. पाकिस्तान एक आजाद मुल्क है और उसके यूक्रेन से भी बेहतर रिश्ते हैं. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पीएम के रूस दौरे का यूक्रेन से कोई लेना देना नहीं था. अमेरिका को इसमें दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए थी.
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