Pakistan Crisis: पाकिस्तान अपने सबसे बड़े संकट से जूझ रहा है. महंगाई आसमान छू रही है. आटे के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ रही है. इसे लेकर अब जनता का गुस्सा फूटने लगा है. पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले कराची में व्यापारियों ने धरना शुरू कर दिया है.


शहबाज शरीफ सरकार की कमजोर आर्थिक नीतियों के खिलाफ व्यापारियों की ऑल सिटी ट्रेडर्स एसोसिएशन ने बोल्टन मार्केट पर धरना शुरू किया. एक व्यापारी ने कहा कि हमारी दुकानों में बेचे जाने वाले माल की कमी हो रही है. जब इम्पोर्ट बंद हो जाएगा और इंडस्ट्री का माल नहीं आएगा तो पोर्ट सिटी बंद हो जाएगी. कराची पाकिस्तान का प्रमुख बंदरगाह है, जिसके रास्ते व्यापार होता है.


व्यापारियों का कहना है कि इसी तरह चलता रहा तो दुकानें बंद हो जाएंगी. मार्केट वीरान हो जाएगी तो उनका घर चलाना मुश्किल हो जाएगा. 


आईएमएफ से उम्मीद
पाकिस्तान को इस समय संकट से सिर्फ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का बेल आउट पैकेज ही उबार सकता है, लेकिन उसके भी मिलने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है. 10 दिन का दौरा करके आईएमएफ का प्रतिनिधिमंडल 9 फरवरी को ही वापस चला गया. अभी तक राहत पैकेज पर आईएमएफ के साथ सहमति नहीं बन पाई है. वर्चुअल माध्यम से वार्ता जारी रहेगी.


170 अरब रुपये के नए टैक्स
आईएमएफ ने पाकिस्तान को समझौतों की एक लिस्ट थमा दी है, जिसके तहत देश में 170 अरब रुपये के नए कर लगाए जाएंगे. इसके लिए जल्द ही मिनी बजट पेश किया जाएगा.


पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार (10 फरवरी) को नए टैक्स लगाए जाने के बारे में जानकारी दी. इशाक डार ने इमरान खान पर देश को आर्थिक विनाश में धकेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन चीजों को ठीक करना जरूरी है. ये सुधार दर्दनाक हैं, लेकिन जरूरी हैं.


नहीं मिल रहा तेल
पाकिस्तान हालात बदतर होते जा रहे हैं. सरकार के पास पेट्रोल खरीदने के लिए पैसे नहीं है जिसके चलते देश में पेट्रोल की किल्लत हो गई है. लोग पेट्रोल के लिए भटक रहे हैं. पंजाब सूबे के सबसे बड़े शहर लाहौर में 450 पेट्रोल पंप में से 70 में तेल ही नहीं है. 


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