Pakistan Economic Crisis: बीते साल की बाढ़ के बाद बुरे आर्थिक हालातों से जूझ रहे पाकिस्तान के तीन प्रांतो में लोगों के पास खाने के लिए आटा भी नहीं बचा. पाकिस्तान के तीन प्रांतों खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और बलूचिस्तान के कई इलाकों में गेहूं खत्म हो गया, जिस वजह से वहां लोग एक बोरी आटे के लिए भी एक दूसरे को मारने काटने पर अमादा हो गये.
खबरों की माने तो एक बोरी आटे के लिए वहां पर लोग एक दूसरे से छीना छपटी कर रहे हैं. खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के कई इलाकों में बाजार में लोग एक बोरी आटे के लिए ट्रकों के पीछ भाग रहे हैं. भूख से यहां पर लोग तड़प रहे हैं और बच्चों के लिए भी खाना नहीं है, जिससे वहां पर बच्चों को भी भूख से रोते हुए देखा जा सकता है.
'घंटो बाजार में खड़े रहते हैं लोग'
पाकिस्तान की समाचार एजेंसी एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हजारों लोग रोजाना घंटों छूट वाली आटे की थैलियों के लिए बाजार में खड़े रहते हैं. इस समय यहां पर आटे की कीमतें आसमान छू रही हैं. रिपोर्ट्स की माने तो कराची में एक किलो आटे की कीमत 160 रुपये है तो वहीं इस्लामाबाद और पेशावर में 10 किलो आटे की थैली 1,500 रुपये प्रति किलो में बिक रही है.
आटे के लिए भूख और भगदड़ से मौत
पाकिस्तान में एक तरफ जहां गेहूं खत्म हो गया है, तो वहीं कई इलाकों में जनता भूख की वजह से उग्र हो गई और आटा हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंध के मीरपुरखास जिले में भगदड़ मच गई जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई. खबर के मुताबिक वहां पर 10 किलो का आटा सब्सिडी पर बेचा जा रहा था इसी दौरान मचे हंगामे में एक 40 वर्षीय मजदूर की सड़क पर गिरने से मौत हो गई.