Pakistan International Airlines: आर्थिक कंगाली के बीच पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब खबर है कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय विमानन सेवा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन (पीआईए) का काम ठप होने की कगार पर है. इस बात को पीआईए ने भी शुक्रवार (15 सितंबर) को स्वीकार किया. पीआईए ने माना है कि हालात बेहद खराब हो गए हैं. पीआईए को बिल और वेतन का भुगतान करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.


इसके साथ ही कर्ज बढ़ जाने के कारण उसे अपनी 31 में से 14 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद करनी पड़ी हैं. पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के प्रवक्ता अब्दुल्ला हफीज ने कहा कि एयरलाइन ने बैंकों से कुछ फंड जोड़ा है, लेकिन इससे मदद मिलने में अभी समय लगेगा. उन्होंने आगे कहा कि हमें बैलेंस शीट की चुनौतियों के कारण संघर्ष करते हैं. हफीज ने अपने ताजा बयान में कहा है कि गुरुवार को तीन उड़ानें रोक दी गईं और वेतन का भुगतान भी देर से किया गया.


ईंधन का भुगतान करना हो रहा मुश्किल 


बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कई खाड़ी देशों में भी ईंधन का भुगतान न किए जाने की वजह से पीआईए के विमानों को उड़ने से रोक दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को ठीक तरीके से चला पाने के लिए 636 करोड़ रुपये की तुरंत जरूरत है. प्रवक्ता अब्दुल्ला हफीज ने आगे कहा कि 31 के बेड़े में से 25 विमान अभी भी उड़ान भर रहे हैं, अन्य को निर्धारित या अनिर्धारित रखरखाव के लिए रोक दिया गया है. 


रद्द करनी पड़ सकती हैं उड़ानें 


गौरतलब है कि जियो न्यूज ने इस सप्ताह खबर दी थी कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस बंद होने के कगार पर है. इसके साथ ही कहा था कि अगर आपातकालीन धन उपलब्ध नहीं कराया गया तो कुछ ही दिनों में उड़ान संचालन निलंबित किया जा सकता है.


ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पीआईए पर 743 अरब रुपये (लगभग 2.5 अरब डॉलर) की देनदारियां हैं, जो उसकी कुल संपत्ति से पांच गुना अधिक है. जियो न्यूज ने पीआईए के डायरेक्टर के हवाले से बताया है कि अगर इमरजेंसी फंड सही समय पर नहीं दिया गया तो 15 सितंबर तक एयरलाइन की सारी उड़ानें रद्द करनी पड़ेंगी.


ये भी पढ़ें: British economist On Modi: 'चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बेहतर राजनेता हैं PM' G-20 पर बयान देते हुए ब्रिटेन के अर्थशास्त्री ने बांधे तारीफ के पुल