Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. वो दुनियाभर में भीख मांग रहा है. शहबाज शरीफ भारत तक से बातचीत करने की गुजारिश कर चुके हैं.  पाकिस्तान के मौजूदा हालात ये हैं कि लोग जरूरी सामानों के लिए भी मोहताज हैं. इस बीच, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रवक्ता हाफिज हमदुल्ला ने कहा है कि अगर देश की अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो आम चुनाव स्थगित कर दिए जाएंगे. यानी पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव को स्थगित कर दिया जाएगा. पीडीएम के प्रवक्ता हाफिज हमदुल्ला ने यह बातें पाकिस्तानी समाचार चैनल जियो न्यूज से कही हैं.


हमदुल्ला ने देश की आर्थिक बदहाली के लिए इमरान खान सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने हमला करते हुए कहा कि आज पाकिस्तान की हालत तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की नीतियों की वजह से है.


जियो न्यूज ने बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान अपने विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहा है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) के पास 4.601 बिलियन डॉलर बचे हैं. यह रकम केवल चार सप्ताह तक ही आयात के भुगतान करने के लिए पर्याप्त हैं.


पाकिस्तान पर कर्ज


बता दें कि पाकिस्तान पर दुनिया का कर्ज़ करीब 100 अरब डॉलर है और इस वित्तीय वर्ष में 21 अरब डॉलर का कर्ज़ चुकाना है. अगले तीन सालों तक करीब 70 अरब डॉलर का कर्ज़ पाकिस्तान को चुकाना है. 


10 अरब डॉलर का जुगाड़ हो पाया है

पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ़्ताह इस्माइल ने 14 जनवरी को पाकिस्तान के कर्ज़ भुगतान पर वहां के अंग्रेज़ी अखबार डॉन में एक लेख लिखा, जिसमें उन्हेंने कहा, "अब से चार सालों तक क्या होगा? हमें 90 अरब डॉलर चुकाना है और 10 अरब डॉलर का जुगाड़ हो पाया है. दुर्भाग्य से हमारे पास कर्ज़ चुकाने के लिए संसाधन नहीं हैं. हम कर्ज़ लेकर दूसरा कर्ज़ चुकाने में लगे हैं.'' दरअसल, पाकिस्तान में चिकन से लेकर दूध तक और आटे से लेकर प्याज तक सभी के दाम आसमान छू रहे हैं. महंगाई की मार ने पड़ोसी देश को चारो तरफ से घेर रही है.  बढ़ते कर्ज, घटते विदेशी मुद्रा भंडार, राजनीतिक अस्थिरता और जीडीपी में भारी गिरावट से जूझ रहे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है.