Pakistan Power Crisis: पूरा मुल्क़ अंधेरे में, पाकिस्तान में 22 जिलों में बिजली गुल, बद से बदतर हुए हालात
Massive Power Breakdown In Pakistan:
Massive Power Breakdown In Pakistan: पाकिस्तान अंधेरे में है. वहां आर्थिक हालात बद से बदतर हैं. देश भयंकर कर्ज में डूबा है और इस वजह से महंगाई आसमान छू रही है. हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तान में 22 जिलों में बिजली गुल होने की खबर आ रही है. अभी हाल ही में पाकिस्तान में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी की खबर आई थी और अब पाकिस्तान के इस्लामाबाद, कराची और पेशावर के 22 जिलों में बिजली गुल होने की खबर आ गई. बिजली नहीं होने की वजह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.
There are reports of multiple outages from different parts of the city. We are investigating the issue and will keep this space posted.
— Imran Rana, Spokesperson, K-Electric (@imranrana21) January 23, 2023
सरकार ने कहा है कि मेंटेनेंस का काम तेजी से चल रहा है. उम्मीद है जल्द ही सप्लाई शुरू हो जाएगी. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक यह मास पावर कट नेशनल ग्रिड में खराबी आने के बाद हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, नेशनल ग्रिड सिस्टम में यह खराबी सोमवार सुबह 7:34 बजे आई. पाकिस्तान के मंत्रालय के बयान से पहले ही वहां की कई कंपनियों ने बिजली गुल होने की बात सोशल मीडिया पर लोगों को बतानी शुरू कर दी थी.
पाकिस्तान पर दुनिया का कर्ज़
बता दें कि पाकिस्तान पर दुनिया का कर्ज़ करीब 100 अरब डॉलर है और इस वित्तीय वर्ष में 21 अरब डॉलर का कर्ज़ चुकाना है. अगले तीन सालों तक करीब 70 अरब डॉलर का कर्ज़ पाकिस्तान को चुकाना है.
10 अरब डॉलर का जुगाड़ हो पाया है
पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ़्ताह इस्माइल ने 14 जनवरी को पाकिस्तान के कर्ज़ भुगतान पर वहां के अंग्रेज़ी अखबार डॉन में एक लेख लिखा, जिसमें उन्हेंने कहा, "अब से चार सालों तक क्या होगा? हमें 90 अरब डॉलर चुकाना है और 10 अरब डॉलर का जुगाड़ हो पाया है. दुर्भाग्य से हमारे पास कर्ज़ चुकाने के लिए संसाधन नहीं हैं. हम कर्ज़ लेकर दूसरा कर्ज़ चुकाने में लगे हैं.'' दरअसल, पाकिस्तान में चिकन से लेकर दूध तक और आटे से लेकर प्याज तक सभी के दाम आसमान छू रहे हैं. महंगाई की मार ने पड़ोसी देश को चारो तरफ से घेर रही है. बढ़ते कर्ज, घटते विदेशी मुद्रा भंडार, राजनीतिक अस्थिरता और जीडीपी में भारी गिरावट से जूझ रहे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है.