Pakistan Railway: इस वक्त पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक स्थिति बिल्कुल खराब है. देश पर 100 अरब डॉलर का भारी कर्ज है, जिसकी वजह से सरकार बहुत बड़ी आर्थिक मुसीबतों से घिरी हुई है. वहां के हालत इस कदर बुरे हो चुके हैं कि सरकार के पास अपने अपने कर्मचारी को वेतन देने तक के पैसे नहीं हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है वहां की रेलवे. पाकिस्तान की बिगड़ी हुई इकोनॉमी की वजह से रेलवे कर्मचारियों को पिछले 8 महीने के पैसे नहीं मिल पाए हैं.
पाकिस्तान लगातार IMF से भी बेलआउट पैकेज के तहत कर्ज मांगने की कोशिश में लगा हुआ है, लेकिन वहां भी उनकी बात नहीं बन पा रही है. हाल ही में पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की गई है. इस वक्त पाकिस्तान के पास सिर्फ 2.9 मिलियन डॉलर ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा हुआ है, जो सिर्फ अगले कुछ हफ्तों तक के लिए पर्याप्त है.
50 फीसदी तक की गिरावट
पाकिस्तान हर क्षेत्र में आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है. पाकिस्तान के रेलवे के आय और खर्च में 50 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है. एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के करंट फाइनेंशियल ईयर के पहली तिमाही में रेलवे ने 52.99 अरब रुपये खर्च किए, लेकिन रेलवे की कमाई मात्र 28.263 अरब रुपये ही हो पाई है. इसकी वजह से पिछले महीने ही रेलवे कर्मचारियों ने अपने वेतन के वितरण में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त की थी और फेडरल गवर्नमेंट से जिम्मेदारी लेने और उन्हें समय पर भुगतान करने का आग्रह किया था.
पेंशन और सैलरी पर खर्च
पाकिस्तान के लॉ और स्टेट मिनिस्टर शहादत अवान ने जानकारी दी थी कि जुलाई से दिसंबर 2022 तक रेलवे को करीब 3 अरब का घाटा हुआ था. पाकिस्तान का 35 फीसदी हिस्सा पेंशन और 33 फीसदी हिस्सा सैलरी पर खर्च किया गया, जबकि पाक रेलवे ने सिर्फ 22 अरब ही दिए थे. वहीं पाकिस्तान के बलूचिस्तान के एक मिनिस्टर ने रेलवे के घाटे को 24 अरब बताया. वहीं पाक सरकार ने जानकारी दी कि उन्हें 3 अरब का घाटा हुआ है.