Pakistan Economic: पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में आई कमी, 3 मिलियन डॉलर से हुई नीचे
Pakistan Foreign Exchange: आरिफ हबीब लिमिटेड की रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार फरवरी 2014 के बाद सबसे कम था.
Pakistan Economin Crisis: इस वक्त पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक हालात बहुत ही ज्यादा खराब है. पाकिस्तान को आजकल आए दिन पैसों की कमी के वजह से हर क्षेत्र में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पाकिस्तान के ऊपर 103 मिलियन डॉलर का कर्ज हो गया है. आज 9 फरवरी को पाकिस्तान के स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने जानकारी दी कि 3 फरवरी के बाद घोषित किया गया नया विदेशी मुद्रा भंडार 170 मिलियन डॉलर से घटकर 2.9 मिलियन डॉलर रह गया है.
वहीं पाकिस्तान का अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से बेल आउट कार्यक्रम के तहत पैसे जारी करने को लेकर बातचीत बंद है. अभी इसके संबंध में पाकिस्तान को रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है. IMF ने पैसे देने के संबंध में कई तरह की शर्तों को देश की सरकार के सामने रखा है, जिसको पूरा करने में पाकिस्तान सक्षम नहीं हो पा रहा है.
पैसे लेने में भी मदद करेगा
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ एक सफल परिणाम अन्य प्लेटफार्मों से पैसे लेने में भी मदद करेगा जो कर्ज देने वालों के लिए सही साबित हो सकती है. वहीं आज जारी एसबीपी हैंडआउट में कहा गया कि विदेशी मुद्रा भंडार कमी के पीछे बाहरी कर्ज का भुगतान वजह है. इस बीच, कॉमर्स बैंकों की ओर से आयोजित शुद्ध विदेशी भंडार $5.6bn था, जिससे देश का कुल लिक्विड विदेशी भंडार $8.5bn हो गया है.
विदेशी भंडार फरवरी 2014 के बाद से सबसे
आरिफ हबीब लिमिटेड की एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार फरवरी 2014 के बाद से सबसे कम था. इससे पहले वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि सरकार और आईएमएफ के बीच मामला आज सुलझने की उम्मीद थी. नकदी संकट से जूझ रहा पाकिस्तान आर्थिक मंदी से बचने के लिए डिजाइन किए गए 7 अरब डॉलर के कर्ज से फंड अनलॉक करने के लिए (IMF) के साथ बातचीत कर रहा है. यह बातचीत IMF की विस्तारित निधि सुविधा की 9वीं समीक्षा को स्पष्ट करने के लिए है, जिसका काम है पैसों के संकट वाले देशों की सहायता करना.