Pakistan Economic Crisis: इस वक्त पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक हालत खराब हालत में है. लोगों के सामने तमाम तरह की परेशानियां आ रही हैं. वहां की सरकार भी आर्थिक तंगी से संभलने के लिए पड़ोसी देशों से लगातार मदद मांग रही है. पाकिस्तान के मौजूदा आर्थिक हालात पर गौर करें तो वहां हर प्रकार की बेसिक चीजें बहुत ही ज्यादा महंगी हो चुकी हैं. एक दिन पहले ही सरकार ने बिजली के दाम 43 रुपये यूनिट कर दी है.
पाकिस्तान पर एक साथ कई मुसीबतें एक साथ सामने आ रही हैं. इकोनॉमिक क्राइसिस की वजह से पाकिस्तान के शिपिंग एजेंटों ने सरकार को चेतावनी दे दी है. एजेंटों ने कहा कि शिपिंग सेवा रोकने की सोच रहे हैं. उन्होंने कहा कि बैंकों में डॉलर की किल्लत हो जाने की वजह से माल ढोने का पैसा नहीं दे रहे हैं.
PSA के प्रेसिडेंट ने दी जानकारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान शिप एजेंट्स एसोसिएशन (PSA) के प्रेसिडेंट अब्दुल रऊफ ने देश के वित्त मंत्री को लेटर लिख कर मौजूदा हालात के बारे में जानकारी देते हुए आगाह किया. उन्होंने लेटर लिखते हुए कहा कि पाकिस्तान के पड़ोसी देशों के अलावा, बाकी के देशों के सामान समुद्र के रास्ते ही पाकिस्तान में आते हैं. अगर इसमें किसी भी प्रकार की दिक्कत या परेशानी होती है, तो देश के लिए बहुत ही गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती है. हालांकि, संकट निर्यात कार्गो से संबंधित है क्योंकि पाकिस्तान से सभी बाहरी व्यापार कंटेनर-आधारित हैं, क्योंकि देश से कोई तरल या अनाज एक्सपोर्ट नहीं होता है.
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार
पाकिस्तान नेशनल शिपिंग कंपनी (PNSC) केवल अपने 12 जहाजों के माध्यम से कच्चे तेल और अन्य पेट्रोलियम ईंधन के आयात को संभालती है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार हाल के सप्ताहों में तेजी से घटकर 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया था, जिससे डर पैदा हो गया था कि देश डिफ़ॉल्ट हो सकता है और State Bank of Pakistan (SBP) को विदेशी भुगतानों पर सख्त नियंत्रण लागू करने के लिए प्रेरित कर रहा है.
इस बीच, पेट्रोलियम डिवीजन ने केंद्रीय बैंक को चेतावनी दी है कि पेट्रोलियम उत्पादों के स्टॉक सूख सकते हैं क्योंकि बैंक आयात के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट (LC) खोलने और पुष्टि करने से इनकार कर रहे हैं. अन्य क्षेत्रों की तरह, पाकिस्तान में तेल उद्योग को एलसी खोलने में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है.