Pakistan Election Expenses: आर्थिक तंगी समेत कई मोर्चों पर समस्याओं से घिरे पाकिस्तान में आम चुनाव बेहद करीब है. आठ फरवरी को पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए मतदान होगा. किसी भी चुनाव में भारी भरकम खर्च होता है, ऐसे में पाकिस्तान में आम चुनाव कराने के लिए कितना खर्च होगा, यह भी चर्चा का विषय है. आइए जानते हैं.
पाकिस्तान के चुनाव में कितना होगा खर्च?
अरब न्यूज की पिछले 5 दिसंबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार ने पिछले साल के बजट में आगामी आम चुनाव के लिए 42 अरब रुपये आवंटित किए थे.
वहीं, पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय पिछले साल 5 दिसंबर को अपने आधिकारिक X हैंडल के माध्यम से कहा था, ''वित्त प्रभाग ने देश में आम चुनाव कराने के लिए जुलाई 2023 में जारी 10.0 अरब रुपये के अलावा पाकिस्तान चुनाव आयोग को 17.4 अरब रुपये जारी किए हैं. इससे आम चुनाव कराने के लिए जारी की गई कुल राशि 27.4 अरब रुपये हो गई है.'' मंत्रालय ने कहा था कि वित्त प्रभाग पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से आवश्यकता पड़ने पर धन के प्रावधान के लिए प्रतिबद्ध है.
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने लगाया इतने खर्च का अनुमान
वहीं, द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की 22 जनवरी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने अनुमान लगाया है कि 2024 के आम चुनाव के लिए उसका खर्च 49 अरब रुपये से ज्यादा होगा. इसका मुख्य कारण मतदान केंद्रों पर फुलप्रूफ सुरक्षा प्रदान करने पर होने वाला ज्यादा खर्च बताया गया है.
रिपोर्ट में बताया गया कि ईसीपी ने आम चुनाव के लिए सरकार से 47 अरब रुपये की मांग की, जो उसे चरणबद्ध तरीके से प्रदान किया जा रहा है. हालांकि, परिवहन और अन्य सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं पर खर्च बढ़ने के कारण खर्च 49 अरब रुपये से ज्यादा होने की संभावना है. सुरक्षा चिंताओं और सीमा की स्थिति को देखते हुए पुलिस, रेंजर्स, सेना और अन्य कानून-प्रवर्तन एजेंसियों ने अपने खर्चों में अतिरिक्त 3.5 अरब रुपये की मांग की है. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सिर्फ पंजाब पुलिस ने सामान्य ड्यूटी के लिए 1.19 अरब रुपये की मांग की है.
12 करोड़ से ज्यादा मतदाता करेंगे मताधिकार का प्रयोग
चुनाव से पहले नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. गुडलक जोनाथन के नेतृत्व में राष्ट्रमंडल की 13 सदस्यीय पर्यवेक्षक टीम देश की चुनावी प्रक्रिया का स्वतंत्र और व्यापक मूल्यांकन करने आएगी. पाकिस्तान के आम चुनाव में करीब 12.8 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने 26 जनवरी को अंतिम मतदान योजना की घोषणा करते हुए कहा कि चुनाव के लिए देश में कुल 90,675 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे.
पाकिस्तान चुनाव आयोग के सामने ये भी है एक चुनौती
इस बीच, ईसीपी को उन क्षेत्रों के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, जहां न्यायपालिका ने उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की अनुमति देना जारी रखा है या उन्हें चुनाव चिह्न बदलने का आदेश दिया है. आयोग के सूत्रों ने कहा कि इन उम्मीदवारों को जिन निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ना है, उनमें से कुछ के लिए मतपत्रों की छपाई पहले ही पूरी हो चुकी है.
(भाषा इनपुट के साथ)
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