Pakistan Elections: नवाज शरीफ ने वाजपेयी-मोदी के दौरे का चुनावी सभाओं में किया जिक्र, क्या था इसके पीछे का खेल?
India-Pak Relations: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली की 336 सीटों के साथ 4 प्रांतीय विधानसभाओं के लिए गुरुवार (8 फरवरी) को मतदान हुआ, जिसकी मतगणना जारी है.
Pakistan General Election: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली की 336 सीटों और 4 प्रांतीय विधानसभाओं के लिए गुरुवार (8 फरवरी) को चुनाव हुए. चुनावों में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) इस बार कुछ अलग ही अंदाज में उतरी थी. चुनाव प्रचार में पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने भारत के साथ दोस्ती का ट्रंप कार्ड खेलने की कोशिश की. भारत के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाने का हवाला देकर चुनावों में उसको कितना फायदा होगा, यह तो मतगणना के बाद ही साफ होगा.
पाकिस्तान में जारी मतगणना के बीच शुरुआती रुझानों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) को बड़ी बढ़त मिलती दिख रही है. चुनावी रुझान पाकिस्तान की कुछ अलग ही तस्वीर पेश करते नजर आ रहे हैं, जबकि इस बार पूर्व पीएम नवाज शरीफ अपने चुनाव प्रचार में भारत का नाम और दोस्ती का खूब जिक्र करते रहे.
वाजपेयी-मोदी के पाकिस्तान दौरे गिनाये
पूर्व पीएम ने अपने कार्यकाल के दौरान भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी का चुनावी भाषणों व सभाओं में खूब जिक्र किया. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में पूर्व पीएम वाजपेयी से लेकर वर्तमान पीएम मोदी तक पाकिस्तान आए. इस तरह की चुनावी सभाओं में उनके संबोधन में भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बातें भी आईं हैं. इसलिए ही वह अपनी चुनावी रैलियों में वाजपेयी-मोदी के पाकिस्तान आने का जिक्र करते रहे. उन्होंने पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली का जिम्मेदार पूर्व पीएम इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई को बताया.
भारत के सहारे अगली पारी सेट करने की कोशिश
उधर, भारत लगातार पाकिस्तान को साफ करता रहा है कि जब तक सीमापार से आतंकवाद को रोका नहीं जाता और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा एक्शन नहीं लिया जाएगा, वो बातचीत करने को तैयार नहीं है. बावजूद इसके इस बार के चुनावों में नवाज शरीफ सकारात्मक तौर पर भारत का राग अलाप कर अपनी अगली राजनीतिक पारी सेट करने की कोशिश करते दिखे हैं.
पाकिस्तान ने भारत की ताकत का लोहा माना
इससे यह साफ नजर आ रहा है कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ और पाकिस्तान की जनता भी भारत की ताकत और तरक्की का लोहा मान रही है. लंदन से लौटने के बाद से ही नवाज शरीफ भारत के साथ रिश्तों में सुधार करने की मंशा जाहिर करते रहे हैं. पूरे चुनाव प्रचार के दौरान इसका खुली झलक देखी गई है. इतना ही नहीं पीएमएलएन ने अपने चुनावी घोषणा-पत्र में 'शांति संदेश' देने की बात को भी शामिल किया. हालांकि, वह इस बात का पुरजोर तरीके से कहते रहे कि भारत को जम्मू-कश्मीर का समाप्त किया गया विशेष दर्जा लौटाना चाहिए.
यह भी पढ़ें: Pakistan Election: पाकिस्तान में कौन बनेगा प्रधानमंत्री? एबीपी न्यूज के कैमरे से जानिए, मतदान खत्म, मतगणना चालू