Pakistan Election: इमरान खान चुनाव से हुए बाहर, प्रधानमंत्री की कुर्सी हाथ से निकली! आगे क्या हैं रास्ते?
Pakistan Election 2024: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का आरोप है कि चुनाव आयोग ने उनके 90 फीसदी नेताओं का नामांकन रद्द कर दिया है जबकि नवाज शरीफ के एक भी नेता का नामांकन रद्द नहीं हुआ है.
Imran Khan Nomination: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान की उम्मीदवारी को पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. इमरान खान बीते अगस्त से जेल में बंद हैं. उनपर कई मामलों के तहत मुकदमा चल रहा है. तब चुनाव आयोग ने उनपर पांच साल तक चुनाव लड़ने से रोक दिया था. उम्मीदवारी खारिज होने के बाद पीटीआई के नेताओं ने चुनाव आयोग की आलोचना की है.
कराची पीटीआई के अध्यक्ष खूर्रम शेर जमान ने इसके लिए नवाज शरीफ को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, इमरान खान के लाहौर और मियांवाली से नामांकन पत्र रद्द कर दिए गए हैं, लेकिन हम अदालत जाएंगे. हैरान करने की बात है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से आजीवन प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद भी नवाज शरीफ का नामांकन स्वीकार कर लिया गया.
पार्टी के कई नेताओं का नामांकन रद्द
इमरान खान की पार्टी पीटीआई के कई नेताओं के नामांकन रद्द किए गए हैं. इसमें पाकिस्तानी संसद के पूर्व स्पीकर असद कैसर, पेशावर सीट से मुराद सईद का नामांकन रद्द हुआ. वहीं साहिबजादा सिगबतुल्लाह, डॉ अमजद खान, फजल हकीम खान, मियां शराफत और सलीम उर रहमान का नामांकन भी रद्द हो गया है.
पीटीआई ने आरोप लगाते हुए एक्स पर कहा, "इमरान खान समेत पीटीआई के अहम नेताओं के लगभग 90 फीसदी नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए, जबकि दूसरे दलों के 100 फीसदी नामांकन पत्र स्वीकार किए गए." पार्टी ने लिखा, "आरओ, पुलिस, केयरटेकर सरकार और चुनाव आयोग ने चुनाव के पहले ही चरण में नवाज शरीफ के लिए सूत्रधार की भूमिका निभाई है. यह बेहद शर्मनाक है कि कैसे नवाज शरीफ को सुविधा देने के लिए 25 करोड़ लोगों के भविष्य को खतरे में डाला जा रहा है."
Almost 90% of the nomination papers of PTI's important leaders including Imran Khan were rejected, 100% of the nomination papers of other parties were accepted.
— PTI (@PTIofficial) December 30, 2023
ROs, police, caretakers and ECP have played the role of facilitators for Nawaz Sharif in the first phase of elections…
चुनाव आयोग पर क्या आरोप लग रहे ?
पीटीआई समेत कई दूसरे दल भी पाकिस्तानी चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं. पीटीई के अलावा बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-एम) के अध्यक्ष सरदार अख्तर मेंगल और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस के नेताओं फहमीदा मिर्जा और जुल्फिकार मिर्जा के नामांकन भी खारिज कर दिए गए. वहीं अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद ने भी एनए-56 और एनए-57 नामंकन दाखिल किया था लेकिन दोनों सीटों से उनका नामांकन रद्द हो गया.
पाकिस्तानी चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए खुर्रम शेर जमान ने कहा, नामांकन का खारिज किया जाना चुनाव आयोग का पक्षपाती रवैया दिखाता है. वहीं पीटीआई के महासचिव ने चुनाव आयोग की ओर से नामांकन खारिज किए जाने पर कहा कि ये राजनीति से प्रेरित फैसला है.
1. Strongly condemn the politically motivated rejection of nomination papers of Murad Saeed, Sahibzada Sighbatullah, Dr. Amjad Khan, Fazal Hakim Khan, Mian Sharafat, Salim ur Rahman.
— Omar Ayub Khan (@OmarAyubKhan) December 30, 2023
2. Had already predicted that ROs will reject PTI candidates nomination papers on flimsy…
क्या हैं विकल्प?
सवाल है कि इमरान खान समेत कई नेताओं का नामांकन रद्द क्यों किया गया. इमरान खान में मामले में बात करें तो 21 दिसंबर को लाहौर हाईकोर्ट ने चुनाव लड़ने के लिए इमरान की अयोग्यता को निलंबित करने से इनकार कर दिया था. हालांकि इसके एक रोज बाद पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने देश की गोपनीय जानकारियां लीक करने से संबंधित एक मामले में इमरान खान को जमानत दे दी थी. लेकिन इसके बावजूद चुनाव आयोग ने उनके नामांकन को रद्द कर दिया था.
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने देश की गोपनीय जानकारियां लीक करने से संबंधित एक मामले में इमरान खान को 22 दिसंबर को जमानत दे दी थी. हालांकि, इससे एक दिन पहले (21 दिसंबर) हाई कोर्ट ने चुनाव लड़ने के लिए उनकी अयोग्यता को निलंबित करने से इनकार कर दिया था. माना जा रहा है कि अब पीटीई के नेता सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं. कई नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात भी कही है. अतीत में सुप्रीम कोर्ट ने इमरान को राहत दी है इसलिए पीटीआई के नेताओं की आखिरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट ही बची है.
Imran Khan’s nomination papers from Lahore, Mianwali rejected. Another biased and spiteful act of ECP. We’ll see you in court and get reversal In Sha Allah. Still wondering how Nawaz’s papers were accepted despite lifetime ban by SCP.
— Khurrum Sher Zaman 🇵🇰 (@KhurumSherZaman) December 30, 2023