इस्लामाबाद: पाकिस्तानी मीडिया ने आज आम चुनावों के नतीजों की सराहना की जिसमें इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक - ए - इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है. मीडिया का कहना है कि यह बताता है कि देश एक 'शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक राष्ट्र' है जिसने सभी मुश्किलों को धता बताकर एक और लोकतांत्रिक सत्ता हस्तांतरण के लिये रास्ता साफ किया.


अनऑफिशियल नतीजों और रूझानों के मुताबिक पीटीआई नेशनल असेंबली के चुनावों में सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी है. उसके 76 उम्मीदवार चुनाव जीत चुके हैं जबकि 43 अन्य आगे चल रहे हैं. विरोधी दलों ने हालांकि चुनाव में गड़बड़ियों का आरोप लगाया है. पाकिस्तान में अपने दम पर सरकार बनाने के लिये किसी दल को 137 सीटों पर चुनाव जीतना जरूरी है.


अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के पहले पन्ने की मुख्य खबर थी, 'विपक्ष के गड़बड़ी के आरोपों के बीच पीटीआई ने जीत हासिल की'. अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा कि जनादेश का सम्मान किया जाना चाहिए.


संपादकीय में कहा गया, ''जिस तरह पिछले चुनावों में पीटीआई ने चुनावों के बाद विरोध का रूख अख्तियार किया था देश अब आतंरिक और बाहरी दोनों मोर्चों पर गंभीर चुनौतियों को देखते हुए पराजित पक्ष द्वारा वैसा ही किया जाना बर्दाश्त नहीं कर सकता.''


इसमें कहा गया, ''20 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले राष्ट्र का शासन संभालने के लिये कोई भी निर्वाचित हो , महत्वपूर्ण बात यह है कि नतीजों को स्वीकार किया जाना चाहिए और जनादेश का सम्मान किया जाना चाहिए.''


एक और अखबार डान ने कहा कि पाकिस्तान ने लगातार और साहसी तरीके से निर्वाचन प्रक्रिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है. लेकिन यह आकलन करना अभी जल्दबाजी होगा कि निर्वाचन आयोग मतदान प्रक्रिया को पिछले चुनाव से बेहतर तरीके से अंजाम देने में सफल हो पाया या नहीं.


अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है, ''लोकतंत्र की जड़ों में लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करना शामिल है लेकिन स्वतंत्र रूप से अपना निर्वाचित प्रतिनिधि चुनने की लोगों की प्रतिबद्धता ही है जो असल में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को साथ जोड़े रहती है.'' एक अन्य अखबार द नेशन ने अपने मुख पृष्ठ पर इमरान की तारीफ करते हुए शीर्षक दिया है 'मैन ऑफ द मैच'.